सोलंग घाटी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि सुधार कानूनों को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि ये कानून हर प्रकार से किसानों को लाभ पहुंचाने वाले और बिचौलियों और दलालों के तंत्र पर प्रहार करने वाले हैं। कृषि सुधारों का विरोध कर रहे राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली शताब्दी के नियमों और कानूनों से अगली शताब्दी में नहीं पहुंचा जा सकता। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए समाज और व्यवस्थाओं में बदलाव के विरोधी जितनी भी अपने स्वार्थ की राजनीति करें, देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सुधारों का सिलसिला लगातार चलता रहेगा।’’ हिमाचल प्रदेश के कुल्लू स्थित सोलंग घाटी में एक जनसभा को संबोधित कर रहे प्रधानमंत्री ने ये बातें कही।
इससे पहले उन्होंने अटल सुरंग का उद्घाटन किया और लाहौल के सिस्सू गांव में भी एक जनसभा को संबोधित किया। सोलंग घाटी के लोगों को संबोधित कर रहे प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं से लोगों को हो रहे फायदे गिनाते हुए कहा कि उनकी सरकार का प्रयास है कि आम जन की परेशानी कैसे कम हो और उन्हें उनके हक का पूरा लाभ कैसे मिले।
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे अनेक सुधारों से लोगों का समय और पैसा दोनों बच रहा है और भ्रष्टाचार के रास्ते भी बंद हो रहे हैं। देश में आज जो सुधार किए जा रहा जा रहे हैं, उनसे ऐसे लोग परेशान हो गए हैं जिन्होंने हमेशा अपने राजनीतिक हितों के लिए काम किया है।’’ उन्होंने कहा कि सुधारों और व्यवस्थाओं में बदलाव के विरोधी अपने स्वार्थ की जितनी भी राजनीति कर लें, यह देश रुकने वाला नहीं है।
मोदी ने कहा, ‘‘कृषि सुधार कानूनों का विरोध करने वाले कहते हैं कि यथास्थिति बनाए रखो। सदी बदल गई लेकिन उनकी सोच नहीं बदली। अब सदी बदल गई है तो सोच भी बदलनी होगी। पिछली सदी में जीना है तो उन्हें जीने दो, लेकिन देश आज परिवर्तन के लिए प्रतिबद्ध है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज जब इन सुधारों से बिचौलियों और दलालों के तंत्र पर प्रहार हो रहा है तो वह बौखला रहे हैं। बिचौलियों को बढ़ावा देने वालों ने देश की स्थिति क्या कर दी थी, यह देश भलीभांति जानता है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये वही सुधार हैं जिन्हें कांग्रेस ने भी सोचा था लेकिन उन्हें लागू करने की उनमें राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं थी। उन्होंने कहा, ‘‘उनमें हिम्मत की कमी थी , हमारे अंदर हिम्मत है। उनके लिए चुनाव सामने थे, हमारे लिए देश का किसान सामने है। हमारे लिए किसान का उज्जवल भविष्य सामने है। इसलिए हम फैसले लेकर किसान को आगे ले जाना चाहते हैं।’’ मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय बढ़ाने और खेती से जुड़ी उनकी छोटी-छोटी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।