नयी दिल्ली: भारतीय रेल ने कहा है कोई भी व्यक्ति ट्रेन टिकटों की अग्रिम बुकिंग कर सकता है क्योंकि भारतीय रेल ने 14 अप्रैल के बाद यात्रा के लिये आरक्षण को कभी स्थगित नहीं किया है। साथ ही, यह भी स्पष्ट किया कि आईआरसीटीसी रियायतें फिलहाल सिर्फ रोगियों, छात्रों और दिव्यांग जनों को ही मिल सकेंगी। सूत्रों ने बताया कि भारतीय रेल द्वारा 19 मार्च को जारी एक आदेश में सभी रियायतें ‘अगले परामर्श तक के लिये’ ऊपर उल्लेखित श्रेणियों को छोड़ कर स्थगित कर दी गई थी। इसे अभी निरस्त किया जाना बाकी है। यह आदेश कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के दौरान रेल यात्रा के लिये हतोत्साहित करने के लिये जारी किया गया था।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘हम समय आने पर आदेश को वापस ले लेंगे। फिलहाल, कोरोना वायरस के प्रसार को देखते हुए हम लोगों को अगले दो-तीन महीने यात्रा नहीं करने का संदेश देना चाहते हैं। वे इंतजार कर सकते है। और अपनी टिकटें बुक कर सकते हैं, कोई जल्दबाजी नहीं होनी चाहिए। यदि वे जल्दबाजी करेंगे तो उन्हें रियायत नहीं मिलेगी। हमने कभी नहीं कहा कि हम रियायतें स्थायी रूप से वापस ले रहे हैं।’’
भारतीय रेल ने स्पष्ट किया कि 14 अप्रैल के बाद यात्रा के लिये आरक्षण कभी स्थगित नहीं किया गया था। इसने यह भी कहा कि टिकटें आरक्षित करने के लिये अग्रिम आरक्षण अवधि 120 दिनों की है।
उल्लेखनीय है कि रेलवे ने प्रधानमंत्री द्वारा 21 दिनों के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा किये जाने के बाद 14 अप्रैल तक सभी यात्री सेवाएं स्थगित कर दी थी। एक स्वास्थ्य परामर्श का जिक्र करते हुए रेलवे ने एक शुरूआती आदेश में कहा था कि कई श्रेणियों में रियायतें हटाई जा रही हैं, इनमें वरिष्ठ नागरिक भी शामिल हैं क्योंकि इस महामारी के चलते उनकी मृत्यु दर सभी श्रेणियों में सर्वाधिक है।