नई दिल्ली: इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने अपने एक बयान पर विवाद खड़ा होने के बाद इंडिया टीवी से बात करते हुए कहा कि एक सवाल सुरक्षा बलों के मनोबल को कम नहीं कर सकता। विवाद खड़ा होने के बाद पित्रोदा ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने एक नागरिक की हैसियत से सवाल किया था। पित्रोदा ने कहा था कि क्या हमने सच में हमला किया था? क्या सच में 300 आतंकी मारे गए थे?
उन्होंने कहा, ''मैंने सिर्फ एक नागरिक के रूप में कहा कि मैं यह जानने का हकदार हूं कि क्या हुआ। मैं पार्टी की तरफ से नहीं, सिर्फ एक नागरिक के रूप में बोल रहा हूं। मुझे यह जानने का अधिकार है और इसमें क्या गलत है?''
उन्होंने कहा, ''मैं और जानकारी चाहूंगा क्योंकि मैंने न्यूयॉर्क टाइम्स और दूसरे अखबारों में रिपोर्ट पढ़ी है। क्या हमने वाकई हमला किया? क्या हमने वाकई 300 लोगों को मारा? मुझे वाकई कुछ नहीं पता। नागरिक होने के नाते मुझे जानने का पूरा हक है और अगर मैं पूछता हूं तो इसका मतलब सवाल करना मेरी जिम्मेदारी है। इसका मतलब ये नहीं कि मैं राष्ट्रवादी नहीं।“
उन्होंने आगे कहा, “हमें तथ्य जानने की जरूरत है। अगर आप कहते हैं कि 300 लोग मारे गए तो हमें तथ्य जानने की जरूरत है। हम सभी को जानना चाहिए, देश की जनता को जानना चाहिए। उसके बाद सारी दुनिया की मीडिया का सवाल आता है जिसका कहना है कोई नहीं मारा गया। भारतीय नागरिक होने के नाते मुझे काफी खराब लगता है।“