मुंबई: बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) द्वारा बच्चों की दी गई दवाई के चलते कथित तौर पर एक बच्ची की जान चली गई। बीएमसी ने ये दवाई मुंबई के एक स्कूल में पढ़ने वाले करीब 161 बच्चों को दी थी। कथित तौर पर दवाई के दुष्प्रभाव के चलते जहां कई बच्चों को गंभीर हालत में हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा तो वहीं एक बच्ची की इलाज के दौरान ही मौत हो गई है। ये हादसा बीएमसी द्वारा संचालित मुंबई के गोवांडी क्षेत्र के एक स्कूल में हुआ है। रिपोर्ट्स के अनुसार बच्चों को नेशनल हेल्थ स्कीम के तहत आइरन की दवाई दी गई थी जिसके चलते कई बच्चों की फूड पॉइजनिंग हो गई और उनकी स्थिति बिगड़ गई।
बीएमसी ने दी है सफाई
बीएमसी द्वारा जारी किए गए बयान के अनुसार 12 साल की लड़की को आइरन और फोलिक एसिड की दवाई इस सोमवार को दी गई थी। जिसके बाद पीड़ित लड़की दो दिन बुधवार और गुरुवार को स्कूल आकर क्लास में शामिल भी हुई थी। इसके बाद गुरूवार रात को घर पहुंचने के बाद उसकी हालत बिगड़नी शुरू हुई और रात भर हुई उल्टियों के चलते उसकी जान चली गई। बीएमसी की कहना है कि बच्चों में खून की कमी से होनी वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए केंद्र सरकार की योजना के तहत ये दवाई बांटी गई थी। वहीं नगरपालिका की तरफ से ये भी दावा किया गया है कि ऐसे किसी दूसरी घटना सामने नहीं आई है।
डर के कारण सभी 161 बच्चे हॉस्पिटल में हुए भर्ती
बीएमसी के अधिकारी का कहना है कि बाकी 161 बच्चों के माता-पिता डर और खौफ के चलते अपने बच्चों को अस्पताल लेकर पहुंच गए। बीएमसी की तरफ से कहा गया है कि बाकी सभी बच्चों को जांच के बाद डिस्चार्ज भी कर दिया गया है। बीएमसी की हेल्थ अधिकारी पद्मजा केसकर का कहना है कि सभी दवाई जांची परखी थी। बच्ची की मौत की सही वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद ही पता चल पाएगी।