पटना: बिहार में अब काम करने वाले अधिकारियों की खैर नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों से दो टूक कहा है कि काम करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए और विकास की गति को और तेज करें। बिहार में नई सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों के साथ बैठक करने के बाद सभी विभागों के प्रधान सचिवों और सचिवों के साथ बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्पष्ट चेतावनी दी कि काम नहीं करने वाले अधिकारी बख्शे नहीं जाएंगे। मुख्यमंत्री ने बैठक में विकास की गति को और तेज करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा, "वर्ष 2016-17 में बिहार में विकास की वर्तमान दर की 14.8 और स्थिर दर की 10.32 प्रतिशत है। बिहार में दोहरे अंक की विकास दर है, यह खुशी की बात है। बिहार में प्रति व्यक्ति आय में वर्तमान दर में 13.15 फीसदी की वृद्धि हुई है। प्रति व्यक्ति आय के विकास में बिहार दूसरे नंबर पर है।"
मुख्यमंत्री ने कहा, "बिहार में उच्च शिक्षा में नामांकन का अनुपात देश के मुकाबले कम है। उच्च शिक्षा में नामांकन बढ़ाना हमारा उद्देश्य है। इसी के तहत स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की गई है, जिसकी समीक्षा भी जल्द होगी।" पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि भूमि संबंधी मामलों के निष्पादन में विशेष ध्यान दें, इससे समाज में शांति आएगी।
इससे पहले मंत्रियों की बैठक में भी तेजी से विकास करने पर बल दिया गया। बैठक में यह भी तय हुआ कि राज्य के तेज गति से विकास के लिए विभिन्न योजनाओं में केंद्र सरकार से अधिक से अधिक सहायता हासिल करने के प्रयास तेज किए जाएं।
ये भी पढ़ें: अगर सांप काटे तो क्या करें-क्या न करें, इन बातों का रखें ध्यान...
इस राजा की थी 365 रानियां, उनके खास महल में केवल निर्वस्त्र हीं कर सकते थे एंट्री