भुवनेश्वर: ओडिशा में कोरोना वायरस संक्रमण के 105 नए मामले आने के साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर मंगलवार को 3,35,797 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सोमवार से अभी तक संक्रमण से किसी की मौत नहीं हुई है। राज्य में अभी तक महामारी से 1,910 लोगों की मौत हुई है। अधिकारी ने बताया कि राज्य में फिलहाल 803 लोगों का कोविड-19 का इलाज चल रहा है और 3,33,031 लोग ठीक होकर घर लौट चुके हैं। राज्य में 63 नए मामले अलग-अलग पृथक-वास केन्द्रों से आए हैं जबकि अन्य संक्रमितों के संपर्क में आए लोग हैं। अधिकारी ने बताया कि राज्य में मलकानगिरि एकमात्र जिला है जहां कोरोना वायरस संक्रमण का कोई मामला नहीं है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, राज्य में आठ फरवरी तक 3,15,725 लोगों को कोविड-19 का टीका लगा है।
इस बीच भारत में प्रतिदिन सामने आने वाले कोविड-19 के मामलों में गिरावट आ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने रेखांकित किया कि कोविड-19 के प्रतिदिन सामने आने वाले मामलों में गिरावट और लोगों के ठीक होने की दर में वृद्धि के चलते उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कमी आई है। देश में कोविड-19 से होने वाली मौत की संख्या भी घट रही है। मंत्रालय ने कहा कि जनवरी के दूसरे सप्ताह में रोजाना मौतों का औसत 211 था और फरवरी के दूसरे सप्ताह में इसमें 55 प्रतिशत की कमी आई और यह 96 रह गई है। भारत में उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी घटकर 1.43 लाख रह गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का महज 1.32 प्रतिशत है।
मंत्रालय ने कहा कि पिछले चौबीस घंटे में कोविड-19 के 14,016 मरीज ठीक हुए। अब तक कोविड-19 के कुल 1,05,48,521 मरीज ठीक हो चुके हैं। मंत्रालय ने कहा, “ठीक होने वाले और उपचाराधीन मरीजों के बीच का अंतर बढ़ता जा रहा है। यह आज 1,04,04,896 हो गया।” भारत में ठीक होने वाले मरीजों की दर 97.25 प्रतिशत हो गई है, जिस विश्व में स्वस्थ होने वाली सर्वाधिक दर में से एक है। मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, रूस, ब्राजील और जर्मनी में ठीक होने की दर भारत से कम है। मंत्रालय के अनुसार, नौ फरवरी सुबह आठ बजे तक 62.6 लाख लोगों को कोविड-19 का टीका दिया जा चुका है। इनमें से 5,482,102 स्वास्थ्य कर्मी हैं और 7,76,906 अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मी हैं।