भुवनेश्वर: ओडिशा में कोरोना वायरस संक्रमण के मंगलवार को 10,939 और मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 7,14,380 पर पहुंच गई। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य में इस संक्रमण से एक दिन में सबसे अधिक 33 मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 2,549 हो गई। भुवनेश्वर के अंतर्गत खुर्दा जिले में सबसे अधिक 1,298 नए मामले सामने आए।
स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इसके बाद कटक में 922 और अंगुल में कोरोना के 819 मामले सामने आये। अधिकारी ने बताया कि ओडिशा में अब उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,10,554 हैं जबकि इस बीमारी से 6,01,224 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े के अनुसार ओडिशा में संक्रमण की दर 6.25 प्रतिशत है।
वहीं, ओडिशा सरकार ने यास के मद्देनजर तीन जिलों में कोविड-19 जांच, टीकाकरण और घर-घर जाकर सर्वेक्षण करने के कार्य को निलंबित करने का निर्णय लिया। यह जिले बालासोर, भद्रक और मयूरभंज हैं जहां कोरोना वायरस संक्रमण के एक हजार से अधिक मामले हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से जारी एक अधिसूचना के अनुसार, “बालासोर, भद्रक और मयूरभंज जिले में 25 मई से 27 मई के बीच कोविड-19 जांच, टीकाकरण और घर-घर जाकर कोविड-19 सर्वेक्षण करने की गतिविधियों को निलंबित कर दिया गया है।”
केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर और क्योंझर के जिलाधिकारियों को अपने जिले में कोविड संबंधित गतिविधियों पर निर्णय लेने को कहा गया है। इस बीच स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने बालासोर और भद्रक जिले में अतिरिक्त डॉक्टर तैनात किए हैं ताकि यास चक्रवात के कारण पैदा होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से निपटा जा सके। राज्य सरकार ने चक्रवात के मद्देनजर सभी सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां 31 मई तक के लिए रद्द कर दी हैं। यास चक्रवात, 26 मई को ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तट से टकरा सकता है।
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