नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ओडिशा के राउरकेला में जनसभा को संबोधित कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर मिलकर काम करने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने कहा कि ‘ओडिशा सरकार का कामकाज राज्य से नहीं चल रहा, बल्कि नरेंद्र मोदी दिल्ली से रिमोट से इसे चला रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि जब भी प्रधानमंत्री ने चाहा है उसने (बीजद) भाजपा नीत राजग सरकार को नोटबंदी, जीएसटी जैसे कदमों और विभिन्न मुद्दों पर संसद में सहर्ष अपना समर्थन दिया है।
वहीं, इसके अलावा राहुल गांधी ने बीजद के कई नेताओं के ओडिशा में चिटफंड घोटालों में शामिल होने की बात कही तो BJP पर राफेल घोटाला करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) की ओडिशा में एक इकाई है। एचएएल राफेल लड़ाकू विमान सौदे के चलते प्रभावित हुआ है। मोदी सरकार ने इसके जरिए राज्य के युवाओं को बड़ी संख्या में नौकरियों से वंचित कर दिया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘अगर एचएएल को लड़ाकू विमान बनाने का मौका मिला होता तो इंजीनियर और टेक्नीशियनों सहित बड़ी संख्या में लोगों को नौकरियां मिली होतीं।’’ उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने विदेशों में जमा कालाधन वापस लाने और सभी भारतीयों को 15 लाख रुपये देने का वादा किया था लेकिन आश्वासन खोखला रहा।
इससे पहले आज (6 फरवरी) ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक दूसरी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर आदिवासियों की जमीन छीनने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी पार्टी जनजातीय समुदाय के अधिकारों के संरक्षण के लिए काम करेगी।
राज्य के पिछड़े इलाकों में शामिल भवानीपटना में एक रैली को संबोधित कर रहे गांधी ने कहा था कि केंद्र की भाजपा नीत सरकार और ओडिशा में बीजद सरकार दलितों, आदिवासियों, किसानों और गरीबों के कल्याण के लिए काम करने में विफल रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस एकमात्र पार्टी है जो दलितों की जमीनों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। हम ओडिशा में और कहीं भी आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा करेंगे।’’