नई दिल्ली: नैशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (NTRO) सर्विलांस ने दावा किया है कि बालाकोट के जैश-ए-मोहम्मद के कैम्प में जब भारतीय वायुसेना ने हमला किया उस वक्त करीब 300 मोबाइल फोन वहां एक्टिव थे। दरअसल, वायु सेना को पाकिस्तान के बालाकोट में JeM के ठिकाने पर हमले की अनुमति मिलने के बाद से ही NTRO ने सर्विलांस शुरू कर दिया था। बता दें कि भारतीय वायु सेना ने मिराज 2000 से 26 फरवरी को बालाकोट स्थित आतंकी शिविर पर हमला किया था।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि वायु सेना को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के शिविर में हमले की अनुमति मिलने के बाद नैशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (एनटीआरओ) ने सर्विलांस शुरू किया था। और, NTRO ने इस तथ्य की पुष्टि की है कि भारत की तरफ से 26 फरवरी 2019 को बालाकोट में हुई एयर स्ट्राइक से पहले जैश-ए-मोहम्मद के कैम्प में 300 मोबाइल एक्टिव थे।