नई दिल्ली। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोवल ने कहा है कि देश से आतंकवाद के खात्मे के लिए बड़ी कार्रवाई की जरूरत है, अजीत डोवल सोमवार को राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर हुई जांच एजेंसियों की बैठक में बोल रहे थे। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के अलावा गृह राज्यमंत्री किशन रेड्डी, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के डीजी वाईसी मोदी और आईबी के पूर्व विशेष निदेशक तथा नागालैंड के राज्यपाल आर एन रवि भई मौजूद रहे।
अजीत डोवल ने कहा कि फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की सुनवाई की वजह से पाकिस्तान के ऊपर अबतक का सबसे अधिक दबाव है, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के ऊपर इसकी वजह से इतना दबाव है कि जितना आज तक किसी भी कार्रवाई से नहीं हुआ है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि सरकारें जब अपराधियों को संरक्षण देना शुरू कर देती हैं तो जांच एजेंसियों के लिए यह बड़ी चुनौती हो जाती है, कुछ सरकारों ने इसमें महारत हासिल कर ली है और हमारे मामले में पाकिस्तान ने इसे अपनी सरकारी नीति बना रखा है। अजीत डोवल ने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में राष्ट्रीय जांच एजेंसी का प्रभाव अन्य सभी एजेंसियों से ज्यादा है।
बैठक में एनआईए के डीजी वाईसी मोदी ने बताया कि बांग्लादेश के आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन भारत में अपनी गतिविधियों को बढ़ा रहा है और जांच एजेंसी ने इस संगठन से संबंधित 125 आतंकवादियों की लिस्ट राज्य सरकारों को सौंपी है।
इस मौके पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी के आईजी आलोक मित्तल ने बताया कि सोशल मीडिया पर भारत विरोधी गतिविधियां चलाने के लिए सिख फॉर जस्टिस नाम की संस्था के खिलाफ नए मामले दर्ज किए गए हैं। यह संस्था सोशल मीडिया के जरिए सिख युवकों को भड़का रही है। पिछले साल इस तरह के मामले में उत्तर प्रदेश के शामली से पकड़े गए 5 युवकों ने कबूला है कि उन्हें सिख फॉर जस्टिस नाम की संस्था ने भड़काया है।