शिमला: हिमाचल प्रदेश में आने वालों के लिए अच्छी खबर है। अब हिमाचल में आने के लिए पंजीकरण नहीं करवाना पड़ेगा। वहां सभी राष्ट्रीय उच्च मार्ग खुल गए है। हालांकि अभी इंटर स्टेट बसें फिलहाल नही चलेगी। कैबिनेट मीटिंग में आज यह फैसला लिया गया है। हिमाचल प्रदेश में कोविड-19 से चार और मरीजों की मौत हो गई, जिसके बाद मृतकों की संख्या मंगलवार को बढ़ कर 85 पर पहुंच गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री
विशेष सचिव (स्वास्थ्य) निपुण जिंदल ने कहा कि सोमवार रात से अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार कांगड़ा, शिमला, मंडी और सोलन में मरीजों ने महामारी से अपनी जान गंवाई। सोलन में अब तक कोविड-19 से सर्वाधिक 19 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके बाद कांगड़ा में 18 और शिमला में 13 मरीजों की मौत हो चुकी है, जबकि मंडी में नौ, उना में आठ, हमीरपुर और चंबा में पांच-पांच और कुल्लू और बिलासपुर में एक-एक मरीज की मौत हुई।
लॉकडाउन के दौरान 4.53 लाख से अधिक लोग हिमाचल प्रदेश लौटे
हिमाचल प्रदेश के एक मंत्री ने विधानसभा को बृहस्पतिवार को सूचित किया कि कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान 4.53 लाख से अधिक लोग राज्य लौटे। किशोरी लाल (अन्नी) और विनोद कुमार (नचान) के प्रश्नों के लिखित जवाब में जल शक्ति मंत्री ने कहा कि कोविड ई-पास मिलने के बाद 25 अप्रैल से सात सितंबर के बीच करीब 4,53,707 लोग हिमाचल प्रदेश लौटे।
जवाब में बताया गया कि राज्य सरकार अपने खर्च पर विशेष रेलगाड़ियों और बसों से 14,428 लोगों को हिमाचल प्रदेश लेकर आई। एक व्यक्ति को हवाई जहाज से घर लाया गया। घर लौटे कुल लोगों में से 23,892 लोग बिलासपुर जिले से, 31,404 चंबा से, 31,932 हमीरपुर से, कांगड़ा से 1,40,741, किन्नौर से 5,021, कुल्लु से 35,926, लाहौल और स्पीति से 519, मंडी से 25,019, शिमला से 34,744, सिरमौर से 29,895, 81,013 सोलन से और 13,601 लोग उना से हैं।