नई दिल्ली: बिल्डर से कथित रूप से 10 लाख रूपये रिश्वत लेने को लेकर सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किये गये दक्षिणी दिल्ली के भाजपा पार्षद मनोज महलावत टेप में शिकायतकर्ता से यह कहते पकड़े गये,‘‘ अब हमारे आय का स्त्रोत वेतन नहीं है अब ऐसे ही होगा।’’ सीबीआई ने उनके बारे में ऐसा दावा किया है। भाजपा ने पिछले सप्ताह महलावत को गिरफ्तार किये जाने के बाद उन्हें अपनी प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया था। महलावत के विरूद्ध आरोपों की पुष्टि के लिए सीबीआई द्वारा चलाये गये गुप्त अभियान के दौरान वह टेप में यह कहते हुए पकड़े गये थे।
बिल्डर यह आरोप लगाते हुए सीबीआई के पास पहुंचा था कि महलावत ने वसंत कुंज इलाके में बिना किसी रूकावट के एक मकान का निर्माण होने देने के लिए 10 लाख रूपये की रिश्वत की मांग करते हुए बार बार फोन किया है। पार्षद ने बिल्डर को धमकी दी कि वह न केवल निर्माणाधीन परियोजना को ढहवा देंगे बल्कि उसे आगे से ‘एक भी ईंट नहीं’ डालने देंगे। शिकायत प्राप्त होने के बाद सीबीआई ने आरोपों की पुष्टि के लिए मानक संचालन प्रक्रिया के तहत शिकायतकर्ता को एक डिजिटल टेप रिकार्डर एवं एक स्वतंत्र गवाह दिया।
टेप में कैद किये गये बातचीत के दौरान महलावत ने निर्माण की अनुमति देने के लिए रिश्वत का पूरा भुगतान करने के लिए कथित रूप से कहा। पार्षद ने वसंत कुंज के कावेरी अपार्टमेंट में कथित रूप से बिल्डर से कहा , ‘‘मैं तो कहता हूं भाई एक बारी में (भुगतान) कर दो बार बार से अच्छा है हमें भी किसी का कुछ करना होता है भाई अब हमारी सोर्स ऑफ इनकम सैलरी नहीं है ऐसे ही होगा।’’
यह बाचतीत टैप कर ली गयी और स्वतंत्र गवाह ने उसकी पुष्टि की। वह अब प्राथमिकी का हिस्सा है। सीबीआई ने रविवार शाम को अपनी प्राथमिकी सार्वजनिक की। तीन दिन पहले महलावत को एजेंसी ने रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। उच्चतम न्यायालय का यथासंभव 24 घंटों के अंदर प्राथमिकी सार्वजनिक करने का निर्देश है। मीडिया की खबरों के अनुसार उनके विरूद्ध स्थानीय नेताओं की ओर से गंभीर शिकायतें हैं लेकिन वह स्थानीय इकाई में अहम चेहरा बन गये थे।