बेंगलुरू: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनमें‘‘खतरा’’दिखाई देता है और प्रधानमंत्री बनने की उनकी मंशा जाहिर करने के बाद मोदी का उन पर हमला सिर्फ लोगों का ध्यान भटकाने का तरीका है। राहुल ने संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा उठाने के लिए मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘‘उनकी मां इतालवी हैं’’ लेकिन वह अनेक भारतीयों से‘‘अधिक भारतीय’’हैं। प्रधानमंत्री बनने की मंशा जाहिर करने के बाद मोदी के उन पर लगातार हो रहे हमलों के बारे में एक प्रश्न के उत्तर में राहुल ने कहा‘‘यह चुनाव राहुल पर नहीं है। मैंने अब प्रधानमंत्री से निपटना सीख लिया है। जब वह जवाब नहीं दे पाते तो वह ध्यान भटकाते हैं।’’ दरअसल राहुल ने हाल ही में कहा कि यदि उनकी पार्टी साल 2019 के आम चुनाव में सबसे बड़े दल के रूप में उभरती है तो वह प्रधानमंत्री बनेंगे जिसके बाद मोदी ने उनकी आलोचना की।
मोदी ने अपनी एक चुनावी रैली में अचरज जताया कि क्या देश इस पद के लिए इतने ‘‘अपरिपक्व तथा नामदार’’नेता को कभी स्वीकार करेगा। राहुल ने सोनिया के विदेशी मूल का जिक्र करने के लिए मोदी की आलोचना की और कहा, ‘‘मेरी मां इतालवी हैं। उन्होंने अपनी जिंदगी का बड़ा हिस्सा भारत में गुजारा है। वह कई अन्य भारतीयों से कहीं अधिक भारतीय हैं। ’’ उन्होंने कहा , ‘‘उन्होंने देश के लिए अपना जीवन कुर्बान कर दिया। उन्होंने देश के लिए परेशानियां झेली हैं। जब मोदी इस प्रकार की टिप्पणी करते हैं, तो इससे व्यक्ति की गुणवत्ता के बारे में पता चलता है। अगर उन्हें इस प्रकार की टिप्पणी करने में मजा आता है तो मुझे खुशी है, उनका स्वागत है।’’
मोदी ने अपनी चुनावी रैली में सोनिया के विदेशी मूल का मुद्दा उठाया था और चुनौती दी थी कि कांग्रेस प्रमुख कर्नाटक सरकार की उपलब्धियों के बारे में किसी भी भाषा में, चाहे अपनी मां की मातृभाषा में ही 15 मिनट बोल दें। राहुल ने कर्नाटक में धुआंधार प्रचार को विराम देते हुए संवाददाताओं से बातचीत में गौतम बुद्ध के जीवन से जुड़ी एक घटना का जिक्र किया। उन्होंने कहा , ‘‘एक बार बुद्ध अपने एक शिष्य के साथ बैठे थे तभी एक व्यक्ति ने उन्हें अपशब्द कहे और उन पर चिल्लाया, जब बुद्ध ने इस पर कोई जबाव नहीं दिया तो शिष्य ने उनसे मौन रहने का कारण पूछा । इस पर उन्होंने कहा गुस्सा उस व्यक्ति का है और चूंकि उन्होंने अपशब्दों पर पलटवार नहीं किया तो वह उस व्यक्ति के पास वापस चला गया।’’ राहुल ने कहा ‘‘मोदी के अंदर गुस्सा है ... उन्हें सबके प्रति गुस्सा है , सिर्फ मैं ही नहीं ... उन्हें मुझमें खतरा दिखाई देता है। उनका गुस्सा उनकी समस्या है, मेरी समस्या नहीं।’’
मोदी के निजी हमलों पर गांधी ने कहा, ‘‘मैंने अब उनसे निपटना सीख लिया है, जब उन्हें लगता है कि वह ऐसी जगह आ रहे हैं जहां बचने का कोई स्थान नहीं है तो वह ध्यान भटकाते हैं और गुस्सा पैदा करते हैं। हम उन्हें ध्यान भटकाने और गुस्सा पैदा नहीं करने देंगे। ’’यह पूछे जाने पर कि जब भी वह किसी प्रार्थना स्थल खासतौर पर मंदिर जाते हैं तो भाजपा उन्हें ‘‘ चुनावी हिन्दू ’’ करार देती है उन्होंने कहा , ‘‘ जब मैं किसी मंदिर में जाता हूं तो भाजपा ‘ असहज ’ महसूस करती है।’’ उन्होंने कहा , ‘‘ मुझे नहीं लगता कि भाजपा को हिंदू शब्द का अर्थ पता है और उन्हें चुनावी हिन्दू कहना उनकी मानसिक स्थिति को दिखाता है।
राफेल लड़ाकू विमान की खरीद पर, जिसके बारे में भाजपा और प्रधानमंत्री ने अच्छे सौदे का दावा किया, गांधी ने कहा , ‘‘प्रधानमंत्री और उनके 45 हजार करोड़ ऋण वाले उस कारोबारी दोस्त के लिए यह बहुत अच्छा सौदा है जिसने अपने जीवन में कभी विमान नहीं बनाया।’’उन्होंने कहा कि मोदी ने हर विमान के लिए 1500 करोड़ रुपये का भुगतान किया जबकि संप्रग सरकार ने 700 करोड़ रुपये पर काम किया था। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार ने देश की विदेश नीति को बर्बाद कर दिया है। राहुल ने दलितों की हत्या और उन पर हमलों में खामोश रहने के लिए मोदी की आलोचना की।
उन्होंने कहा , ‘‘ जब रोहित वेमुला की मौत होती है , वह एक शब्द नहीं कहते। जब उना में दलितों को पीटा जाता है वह खामोश रहते हैं। ’’कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा पर हमले जारी रखते हुए कर्नाटक के प्रभावशाली रेड्डी बंधुओं को बचाने का आरोप भाजपा और प्रधानमंत्री पर लगाया। उन्होंने कहा कि रेड्डी बंधुओं को बचाने के लिए सरकार ने केन्द्रीय जांच ब्यूरो को केन्द्रीय अवैध खनन ब्यूरो में तबदील कर दिया है।