नई दिल्ली: ताजमहल मंदिर है या मस्जिद। ये विवाद सुलझा भी नहीं था कि अब एक नई बहस छिड़ गई है। बिरयानी का असली नाम है क्या। मतलब बिरयानी के शौकिनों ने सोचा भी नहीं होगा कि कभी ये बहस इस पर होगी की बिरयानी हिंदू है या मुस्लिम। मुंबई में सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि मुगलों के दौर में वीरा रानी नाम की एक रानी हुआ करती थी। उनके नाम पर सेवकों ने बिरहा रानी नाम का भोजन तैयार किया था। बाद में मुगलों ने रानी को कैद कर लिया और उस भोजन को अपना नाम दे दिया। तब से वो बिरयानी नाम हो गया
खाने खिलानों का ये एक ऐसा दौर है, जिसमें बीफ से लेकर बिरयानी तक पर जमकर सियासत हुई। कईयों की जान चल गई, ना जाने कितने घायल हो गए। अब सोशल मीडियो पर इस खबर को कौन फैला रहा है इस पर पीएम से शिकायत भी हो चुकी है। पीएम से चिट्ठी में कहा गया है कि माहौल को बिगाड़ने की साजिश हो रही है।
ये एक ऐसा भोजन है, जिसमें पेट से लेकर आत्मा तक तृप्त हो जाती है। गरीब और अमीर सब खाते हैं लेकिन किसी ने सोचा नहीं होगा कि नफरत फैलाने वालों की नजर बिरयानी की कढ़ाई पर भी है।