नई दिल्ली: पाकिस्तान को एक स्पष्ट संदेश देते हुए उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि भारत की एक इंच जमीन भी किसी को नहीं सौंपी जाएगी। नायडू ने आज राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के स्थापना दिवस पर आयोजित ‘आर वी राजू स्मृति व्याख्यान’ को संबोधित करते हुए कहा कि पडोसी देश जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देना जारी रखे है। उन्होंने कहा कि दुनिया में कोई भी धर्म आतंकवाद की अनुमति नहीं देता है लेकिन कुछ लोग धर्म के नाम पर कट्टरता पैदा कर रहे हैं और आतंकवाद को बढावा दे रहे है।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत और अन्य की मौजूदगी में उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘आतंकवाद उनके देश की नीति है। मैं आपको स्पष्ट करना चाहता हूं कि भारत की एक इंच जगह भी किसी को लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। ऐसा कभी नहीं होगा।’’ नायडू ने कहा है कि लोकतंत्र में असहमति के प्रत्येक विचार का स्वागत किया जाना चाहिए लेकिन देश और समाज को बिखराव की ओर ले जाने वाले स्वर स्वीकार नहीं किए जा सकते।
उन्होंने सुरक्षा एवं जांच एजेंसियों से आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिये आपसी समन्वय को व्यापक बनाने की जरूरत पर बल दिया। नायडू ने वैश्विक आतंकवाद को सभी देशों के लिये गंभीर चुनौती बताते हुए कहा कि सुरक्षा एजेंसियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सूचनाओं का आदान प्रदान बढ़ाना चाहिये।
नायडू ने कहा कि साइबर अपराधों और सोशल मीडिया के दुरुपयोग से नफरत फैलाने वालों को भी आतंक के दायरे से बाहर नहीं रखा जा सकता है। इन गतिविधियों में शामिल लोग दुनिया के किसी भी हिस्से से किसी भी जगह असहमति के नाम पर विखंडनकारी विचारों का प्रसार करते हैं। सुरक्षा एजेंसियों को वैश्विक स्तर पर आपसी सामंजस्य से ऐसे तत्वों की पहचान कर, इन्हें रोकने के उपाय सुनिश्चित करना चाहिये, तब ही सीमाओं के बंधन से परे साइबर आतंकवाद से निपटा जा सकेगा।
इस अवसर पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकवाद के मामलों की जांच पूरी करने में एनआईए को मिल रही 95 प्रतिशत कामयाबी की दर को अन्य एजेंसियों के लिये उल्लेखनीय बताया। उन्होंने कहा कि अपनी स्थापना के महज नौ साल के भीतर एनआईए की इस उपलब्धि का ही नतीजा है कि कश्मीर में पथराव की घटनाओं से लेकर पूरे देश में आतंकवादी वारदातों में कमी आई है।