उत्तर-पश्चिमी दिल्ली हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने लियाकत अली, रियासत अली और तारीक रिजवी नाम के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। लियाकत अली और रियासत अली दोनों रिश्ते में बाप बेटे हैं। लियाकत अली और रियासत अली पर आरोप है कि वह चांद बाग में हुए दंगों में शामिल थे। क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक रियासत अली और लियाकत अली पूर्व आप नेता ताहिर हुसैन के पास काम करते थे और दंगे वाले दिन ताहिर हुसैन के घर की छत पर मौजूद थे। लियाकत और विरासत पर यह भी आरोप है कि यह दोनों ताहिर की छत से दंगों को ऑर्गेनाइज कर रहे थे। इन दोनों ने ताहिर की छत से पेट्रोल बम पत्थर और तेजाब से भरे पैकेट फेंके साथ ही ताहिर के घर के साथ वाले प्लॉट में बनी पार्किंग में जो गाड़ियां जली हैं उन गाड़ियों के जलने में थी इन दोनों बाप बेटों की भूमिका की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है।
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने शनिवार को कहा था कि उसने उत्तर पूर्वी दिल्ली में पिछले महीने हुए सांप्रदायिक दंगों के सिलसिले में लगभग 700 मामले दर्ज किये हैं और करीब 2,200 लोगों को पकड़ा है। दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा कि कुल 690 दर्ज मामलों में 48 शस्त्र अधिनियम से संबंधित हैं। पुलिस ने कहा था कि सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में अब तक कुल 2,193 लोगों को या तो हिरासत में लिया गया है या गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कहा कि पकड़े गए 2,193 लोगों में से 50 को शस्त्र अधिनियम के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में अमन समितियों के साथ कुल 262 बैठकें की गई हैं। प्रदेश सरकार के मुताबिक दिल्ली में पिछले हफ्ते हुई हिंसा में 53 लोग मारे गए थे जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।