नयी दिल्ली: उत्तर भारत में रविवार को भी ठंड का प्रकोप बना रहा जहां हरियाणा में अधिकारियों ने स्कूल बंद करने का फैसला किया। घने कोहरे की वजह से ट्रेनों के परिचालन पर असर पड़ा है। श्रीनगर में इस मौसम की सबसे सर्द रात रही वहीं जयपुर में पिछले करीब पांच दशक में सबसे न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। हालांकि पिछले 22 साल में सबसे अधिक सर्द दिनों का दीदार करने वाली दिल्ली को सोमवार को हवाओं की दिशा में बदलाव के बाद से शीत लहर से राहत मिलने के आसार हैं। मौसम विभाग ने कहा, ‘‘उम्मीद के अनुसार उत्तर-पश्चिम से पश्चिम की ओर हवा का रुख होना शुरू हो गया है और आज से सर्द दिनों तथा शीत लहर में कमी शुरू हो गयी है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में यह प्रदर्शित हुआ है।’’
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 14 दिसंबर से कड़कड़ाती ठंड का प्रकोप जारी था और रविवार को सुबह शहर का न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो साल के इस समय के सामान्य तापमान से चार डिग्री सेल्सियस कम है। दिल्ली के अनेक हिस्सों में अलग-अलग न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। आयानगर में 2.5 डिग्री सेल्सियस, लोधी रोड में 2.8 डिग्री सेल्सियस, पालम में 3.2 डिग्री सेल्सियस और सफदरजंग में 3.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। शाम को औसत अधिकतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस मौसम के सामान्य तापमान से पांच डिग्री सेल्सियस कम है। आयानगर में अधिकतम तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी तरह लोधी रोड में 15.6, पालम में 13.5 और सफदरजंग में 15.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पालम में आज सुबह घने कोहरे के साथ दृश्यता कम होकर 150 मीटर रह गयी। सफदरजंग में हल्के कोहरे के साथ दृश्यता 600 मीटर थी। मौसम विभाग के अनुसार इस साल दिसंबर में रविवार तक का औसत तापमान 19.07 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और यह 1901 के बाद दूसरा सबसे ठंडा दिसंबर हो सकता है। इससे पहले दिसंबर 1997 में औसत तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। आर्द्रता का स्तर 64 से 100 प्रतिशत के बीच रहा। मौसम विज्ञानियों ने सोमवार को सुबह घने कोहरे का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एक जनवरी से तीन जनवरी तक रात में हल्की बारिश की संभावना है और दो जनवरी को ओले भी पड़ सकते हैं। कोहरे के कारण राजधानी में जहां 13 ट्रेनें छह घंटे से अधिक की देरी से चलीं, वहीं दिल्ली हवाई अड्डे पर परिचालन सामान्य रहा और किसी उड़ान को रद्द नहीं किया गया या उसका मार्ग नहीं बदलना पड़ा।
एक सरकारी बयान के अनुसार हरियाणा में कुछ स्थानों पर तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस के आसपास है और राज्य सरकार ने 30 तथा 31 दिसंबर को स्कूल बंद रखने का फैसला किया है। इसमें कहा गया, ‘‘इसके बाद एक जनवरी से 15 जनवरी के बीच राज्य के सभी स्कूल सर्दियों की छुट्टियों के चलते बंद रहेंगे।’’ मौसम विभाग ने कहा कि हरियाणा और पंजाब में अगले कुछ दिन ठंड का प्रकोप बना रह सकता है। श्रीनगर में तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी है। मशहूर डल झील के कई हिस्से बर्फ में तब्दील हो गए और रात में श्रीनगर का तापमान शून्य से 6.2 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कश्मीर घाटी और लद्दाख केंद्र शासित क्षेत्र में तापमान जमाव बिंदु से कई डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। इससे क्षेत्र में शीतलहर तेज हो गई है।
उन्होंने बताया कि श्रीनगर में कल रात पारा शून्य से 6.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जबकि इससे पिछली रात तापमान शून्य से 5.8 डिग्री सेल्सियस कम था। शहर में यह इस सीजन की सबसे सर्द रात थी, जिसके बाद डल झील के कई हिस्से बर्फ में तब्दील हो गए। झील के अलावा कई जलधाराओं का भी यही हाल है और कई स्थानों पर पानी आपूर्ति लाइन प्रभावित हुई है। मशहूर स्की रिसॉर्ट गुलमर्ग में तापमान शून्य से 6.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। वहीं पहलगाम में तापमान शून्य से 10.4 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया।
केंद्र शासित क्षेत्र लद्दाख के लेह शहर में तापमान शून्य से 19 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि द्रास शहर में तापमान शून्य से 28.7 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। हिमाचल प्रदेश में भी नये साल की पूर्वसंध्या पर बर्फबारी हो सकती है। मनाली, सोलन, सुंदरनगर और कालपा में तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। राजस्थान के कई हिस्सों में कड़ाके की सर्दी और शीतलहर के कारण आम जनजीवन प्रभावित हो गया है। राज्य के एकमात्र पर्वतीय पर्यटक स्थल माउंट आबू में रविवार को इस मौसम का सबसे कम तापमान रहा। यहां न्यूनतम तापमान शून्य से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार राजधानी जयपुर में 13 दिसम्बर 1964 के बाद रविवार सुबह न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के निदेशक शिवगणेश ने बताया, ‘‘रविवार सुबह राजधानी जयपुर का तापमान 01.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले 13 दिसम्बर 1964 में दिसम्बर महीने में जयपुर में न्यनूतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।’’ उन्होंने बताया, ‘‘न्यूनतम तापमान चूरू में 1.2 डिग्री सेल्सियस, पिलानी में 1.6 डिग्री सेल्सियस, वनस्थली में 1.8 डिग्री सेल्सियस, बूंदी में 2 डिग्री सेल्सियस, बीकानेर में 2.6 डिग्री सेल्सियस, कोटा में 2.8 डिग्री सेल्सियस, जैसलमेर में 3 डिग्री सेल्सियस, डबोक में 3.2 डिग्री सेल्सियस, सवाईमाधोपुर में 4.2 डिग्री सेल्सियस, अलवर में 4.6 डिग्री सेल्सियस, ऐरनपुरा रोड में 4.8 डिग्री सेल्सियस, फलौदी में 5 डिग्री सेल्सियस, श्रीगंगानगर में 5.5 डिग्री सेल्सियस, जोधपुर में 6 डिग्री सेल्सियस, बाडमेर में 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, राज्य के अधिकतर हिस्सों में अधिकतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस से लेकर 26.2 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।’’
मौसम विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि रविवार सुबह पिलानी, चूरू, टोंक, जयपुर, कोटा, सवाईमाधोपुर, बूंदी, बीकानेर श्रीगंगानगर और जैसलमेर में कोहरा के कारण वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। विभाग ने आगामी एक दो दिनों में राज्य के अधिकतर हिस्सों में तापमान में गिरावट होने की संभावना जताई है। उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क बना हुआ है और अधिकतर हिस्सों में शीतलहर और सर्द हो गयी हैं। मौसम विभाग के अनुसार 31 दिसंबर और एक जनवरी को राज्य के पूर्वी तथा पश्चिमी हिस्सों में बारिश हो सकती है। उत्तर गुजरात के बनासकांठा जिले में दीसा में रविवार को न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो राज्य में सबसे कम है। मौसम विभाग ने कहा कि अगले दो तीन दिन में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी की संभावना है।