मुंबई। भारत की औद्योगिक राजधानी में भारी बारिश के बाद जलस्तर घटने से बुधवार को जिन्दगी अब धीरे-धीरे पटरी पर लौटती हुई नजर आई। शहर के स्कूल और कॉलेज खुल गये और ट्रेनें खचाखच भरी होने के बावजूद लोगों को यात्रा करनी पड़ी।
मुंबई में 26 जुलाई, 2005 की बारिश के बाद से अब तक की सर्वाधिक बारिश के एक दिन बाद, शहर के कई भागों से जलस्तर कम होना शुरू हुआ। बारिश के कारण दीवार ढह जाने से 22 लोगों की मौत हो गई। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को घरों में जमा बारिश के पानी को बाहर निकालने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। एक अधिकारी ने कहा कि सार्वजनिक यातायात अब सामान्य हो गया है।
लोकल ट्रेनों में सफर करने वाले लाखों नागरिकों ने कुछ मार्गों पर संक्षिप्त संचालन के कारण मुश्किलों का सामना किया। सुबह भीड़भाड़ वाले समय विभिन्न स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ रही। कम संख्या में ट्रेनें चलने से यात्रियों को ट्रेन में सवार होने के लिए बहुत दिक्कत हुई क्योंकि इनमें अत्यधिक भीड़ थी। कई यात्रियों ने कम संख्या में ट्रेनें चलने और बहुत भीड़ होने के खिलाफ ट्विटर पर भड़ास निकाली।
मध्य रेलवे के प्रमुख प्रवक्ता सुनील उदासी ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘हमने ट्रेनों के संचालन के लिए रविवार की समयसारिणी को रद्द कर दिया। मध्य रेलवे की उपनगरीय सेवाएं अब सामान्य सप्ताह दिवसों के कार्यक्रम के अनुरूप चल रही हैं।’’
अधिकारियों ने कहा कि मध्य रेलवे के यात्रियों को ट्रेनों में सवार होने में परेशानी हुई लेकिन पश्चिमी रेलवे की सेवाएं सुबह से सुचारू ढंग से चल रही हैं। मुंबई में बसों का संचालन करने वाली ‘बेस्ट’ के प्रवक्ता ने कहा कि 3203 में से 2950 बसें बुधवार को चलीं। हवाई यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा और करीब 75 उड़ानों को रद्द कर दिया गया।
अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार को एयरलाइंस ने बारिश के कारण 203 उड़ानें रद्द कर दीं और एक विमान फंस जाने के कारण मुख्य हवाई पट्टी पर संचालन बंद है। विमान हटाने में 48 घंटे लगेंगे। निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ‘स्कायमेट’ ने कहा कि मुंबई बुधवार से शुक्रवार के बीच ‘‘बाढ़ के गंभीर खतरे’’ में है।
बृहनमुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार को भारी बारिश तथा ऊंची लहरें उठने के मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए नगर निकाय किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। बुधवार को कहीं से किसी दुर्घटना की सूचना नहीं है, सिर्फ विखरोली (ई) के टैगोर नगर में एक जगह बिजली मीटर में आग लगने की सूचना है। बीएमसी के एक प्रवक्ता ने बताया कि घटना में दो लोग झुलस गए हैं और उन्हें सिऑन अस्पताल में भर्ती कराया गया है।