नई दिल्ली: केन्द्र सरकार ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि किसी भी समुदाय, जाति, धर्म या लिंग को प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण देने का कोई प्रस्ताव नहीं हैं। केंद्रीय मंत्री रतन लाल कटारिया ने लोकसभा में आज यह बात कही। उन्होंने कहा, ''निजी क्षेत्र की नौकरियों में आरक्षण लागू करने का कोई प्रस्ताव नहीं है।''
बता दें कि हाल ही में विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा निजी क्षेत्र में आरक्षण की मांग की गई थी। जबकि कई दलों का कहना है कि निजी क्षेत्र में आरक्षण की किसी भी पहल से देश में निवेश का माहौल खराब हो सकता है।
गौरतलब है कि आज़ादी के बाद से ही किसी न किसी रूप में निजी क्षेत्र में आरक्षण की मांग की जाती रही है। ध्यान देने वाली बात यह है कि स्वयं डॉ. अम्बेडकर ने खुद यह मांग की थी। हालांकि, उपेक्षित समूहों के लिए निजी क्षेत्र में आरक्षण एक दूर का सपना ही रहा है।