नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्रालय ने Covaxin के 2 टीकों के बाद बूस्टर डोज (Booster Dose) की अफवाह पर विराम लगा दिया है। सूत्रों का दावा है कि किसी भी साइंटिफिक कम्यूनिटी ने इस बारे में सरकार को न कोई सलाह दी है और न ही कोई सुझाव दिया है। भारत सरकार ने WHO के साथ कागजी कार्रवाई पूरी कर ली है और इसी महीने के अंत तक इसे औपचारिक मंजूरी भी मिल जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि दिसंबर तक 18 वर्ष के अधिक की आयु के 80 फीसदी से ज्यादा भारतीयों का टीकाकरण पूरा हो जाएगा। मंत्रालय ने कहा कि सितंबर महीने से 3 और दवा कंपनियां टीकों की सप्लाई शुरू कर देंगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, कोरोना के टीके अब कुल 6 कंपनियां बनाएंगी, जबकि 3 कंपनियां सरकार को वैक्सीन सप्लाई कर रही हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अगस्त में 20 करोड़ और सितंबर में 25 करोड़ डोज केंद्र सरकार के पास होंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बुधवार तक राज्य सरकारो के पास 3 करोड़ और राज्यो में निजी अस्पतालो पास 2 करोड़ डोज का स्टॉक था। मंत्रालय ने कहा कि सभी स्रोतों के माध्यम से अब तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 51.01 करोड़ से अधिक टीके की खुराक प्रदान की जा चुकी है तथा 7,53,620 और खुराक मुहैया कराने की प्रक्रिया में हैं।
केंद्र सरकार ने गुररुवार को यह भी साफ किया कि अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए वर्तमान में कोविड-19 का टीका लेने वाले लोगों के लिए कोई ‘बहुपक्षीय प्रोटोकॉल’ नहीं है। हालांकि कुछ देशों ने इसके लिए कुछ नियम तय किए हैं लेकिन भारत सरकार टीकों को पारस्परिक मान्यता देने के लिए विभिन्न देशों के संपर्क में है। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में कहा, ‘वर्तमान में कोविड-19 का टीका लेने वाले लोगों की यात्रा के लिए कोई बहुपक्षीय प्रोटोकॉल नहीं है। अधिकतर देशों को देश विशेष कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन के साथ-साथ निगेटिव कोविड-19 रिपोर्ट की आवश्यकता होती है।’