Sunday, November 03, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. भारत
  3. राष्ट्रीय
  4. धरती पर कोई भी ताकत सीएए का कार्यान्वयन नहीं रोक सकती है: भाजपा

धरती पर कोई भी ताकत सीएए का कार्यान्वयन नहीं रोक सकती है: भाजपा

भाजपा ने शनिवार को कहा कि ‘‘धरती पर कोई भी ताकत’’ संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के कार्यान्वयन को नहीं रोक सकती है।

Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: January 11, 2020 23:27 IST
CAA BJP CWC- India TV Hindi
No force on earth can stall CAA implementation, says BJP after CWC resolution against the law

नयी दिल्ली: भाजपा ने शनिवार को कहा कि ‘‘धरती पर कोई भी ताकत’’ संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के कार्यान्वयन को नहीं रोक सकती है। पार्टी ने इस कानून और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) प्रक्रिया को लेकर कांग्रेस पर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाया। कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने अपनी बैठक में मांग की है कि सीएए को वापस लिया जाये और एनपीआर की प्रक्रिया को तत्काल रोका जाये। इसके बाद भाजपा की यह प्रतिक्रिया सामने आई है।

भाजपा के प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा, ‘‘सीएए पहले ही प्रभावी हो चुका है और धरती पर कोई भी ताकत इसके कार्यान्वयन को नहीं रोक सकती है। अपने सभी प्रयासों में भाजपा सीएए और एनपीआर पर कांग्रेस के दोहरे चरित्र को उजागर कर रही है।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राजस्थान चुनाव घोषणा पत्र में हिंदू शरणार्थियों के लिए नागरिकता का वादा किया था। राव ने कहा, ‘‘राजस्थान और गुजरात में हिंदू शरणार्थियों के लिए नागरिकता को 2005 और 2006 में दो मौकों पर मनमोहन सिंह सरकार ने बढ़ाया था।’’ 

उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता के रूप में सिंह ने पाकिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए नागरिकता की मांग की थी। राव ने कहा, ‘‘एनपीआर पर भी कांग्रेस को यह बताने की जरूरत है कि 2010 में एनपीआर धर्मनिरपेक्ष और स्वीकार्य क्यों था जबकि यह 2020 में खतरनाक हो गया। सीएए और एनपीआर दोनों पर कांग्रेस ढोंग कर रही है। भाजपा कांग्रेस पार्टी के दोगलेपन को बेनकाब करेगी।’’

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement