नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना के एएन-32 विमान को तलाशने और बचाने के लिए शुरू किए गए अभियान के तीसरे दिन बुधवार को भी उसके बारे में कोई सुराग नहीं लग पाया। विमान सोमवार को लापता हो गया था, जिसमें 13 लोग सवार थे।
अधिकारियों ने कहा कि बुधवार को दो एसयू-30, दो सी-130जे, दो मिग17 हेलीकॉप्टरों के साथ दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर लापता विमान का पता लगाने के लिए तैनात किए गए थे।
इस बीच तलाशी और बचाव अभियान में शामिल होने के लिए तमिलनाडु में आईएनएस रजाली से उड़ान भर चुके नौसेना के लॉन्ग रेंज मैरीटाइम रिकॉनैसेंस विमान पी-8आई को तैयार रखा गया है और जरूरत पड़ने पर उसे तैनात किया जाएगा।
इसके अलावा भारतीय सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, स्थानीय पुलिस और अन्य एजेंसियां पहले ही दिन से तलाशी और बचाव अभियान में जमीन पर तैनात हैं और वे अपने अभियान में लगी हुई हैं।
विमान सोमवार को असम से उड़ान भरने के बाद अरुणाचल प्रदेश में लापता हो गया था। यह परिवहन विमान जोरहाट से मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड जा रहा था। मेचुका चीन से लगे अरुणाचल के पश्चिम सियांग जिले का एक छोटा-सा कस्बा है।