नई दिल्ली: दिल्ली में रेलवे का एक कर्मचारी कोरोना से संक्रमित पाया गया है। निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर तैनात 59 वर्ष के ये कर्मचारी आरक्षण सुपरवाइजर का काम कर रहे थे। कुछ महीनों बाद ही इनकी सेवा रेलवे से खत्म होने वाली थी। उत्तर रेलवे के मुताबिक उत्तर रेलवे के सेंट्रल अस्पताल में इनका ईलाज चल रहा था। जिसकी वजह से इस अस्पताल में डॉक्टर समेत 15 कर्मचारी भी संक्रमित हो गए हैं। यह कर्मचारी खराब स्वास्थ्य को लेकर अस्पताल में 31 मार्च को और उसके बाद 2 अप्रैल को आया था। शुरुआती जांच में कुछ नहीं पाया गया।
उत्तर रेलवे के जन संपर्क अधिकारी दीपक कुमार के मुताबिक , 2 अप्रैल को ये कर्मचारी फिर से अस्पताल में भर्ती के लिये आये तो इनका एमआरआई और सीटी स्कैन कराया गया। लाल पैथ से भी जांच कराई गई। 6 अप्रैल को रिपोर्ट आने के बाद पता चला कि ये कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। मरीज को दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल भेज दिया गया है।
उधर कोरोना पीड़ित रेलवे स्टॉफ के संपर्क में आये उत्तर रेलवे के सेंट्रल अस्पताल के सभी 15 लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है। इन लोगों में डॉक्टर और नर्स शामिल हैं। यह कर्मचारी निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर आरक्षण सुपरवाइजर का काम करते हैं। लिहाजा लोगों से सीधे संर्पक में नहीं आते थे।
दूसरी तरफ कोरोना वायरस अब दिल्ली की कानून व्यवस्था संभाल रही दिल्ली पुलिस को भी अपनी चपेट में ले रहा है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस में तैनात एक एएसआई कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव् पाया गया है। बताया जा रहा है कि यह पुलिसकर्मी दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के हौजखास सर्किल में तैनात था।
कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाए जाने के बाद इसे एम्स में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि यह पुलिसकर्मी कालकाजी इलाके में रहता था। कोरोना वायरस से संक्रमित के संपर्क में आने के चलते परिवार के सभी सदस्यों को क्वारेंटीन किया गया है।
देश की राजधानी दिल्ली में मंगलवार शाम तक कोरोना वायरस से संबंधित कुल 51 मामले सामने आ चुके हैं, जिसके बाद यहां कोरोना वायरस के कुल मामले बढ़कर 576 हो गए हैं। दिल्ली के कुल मामलों में 333 मामले निजामु्ददीन मरकज से संबंधित हैं। 203 के ऐसे हैं, जिन्होंने या तो विदेश की यात्रा की थी या फिर वो ऐसे लोगों के संपर्क में आए थे। 40 मामलों की जांच चल रही है।