दरभंगा: बिहार में 'विकास समीक्षा यात्रा' पर निकले राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस यात्रा के दौरान शनिवार को दरभंगा पहुंचे। यहां उन्होंने बिरौल प्रखंड के कमलपुर गांव का भ्रमण किया और विकास योजनाओं को देखा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 341 करोड़ रुपये की लागत से 102 योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने लोगों से बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने की अपील की। शिवनगर घाट क्षेत्र में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने दरभंगा में मिथिला की धरती को विद्वानों की धरती बताते हुआ इसका नमन किया। उन्होंने कहा कि इसी धरती के मनीषी अयाची मिश्र ने आज से छह सौ साल पहले समाज निर्माण और जन चेतना का संदेश दिया था।
नीतीश ने कहा, "उनके उसी जन चेतना के संदेश को लेकर आज हम भी ये संकल्प ले रहे हैं कि हम समाज में बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को खत्म कर देंगे। बिहार की यह सफलता देश और दुनिया को नया संदेश देगी।"
मुख्यमंत्री ने कृषि रोड मैप की चर्चा करते हुए कहा, "सरकार द्वारा यह लक्ष्य रखा गया है कि हर एक हिंदुस्तानी की थाली में एक बिहारी व्यंजन अवश्य हो। मिथिला के मखाना के माध्यम से हम हर एक हिंदुस्तानी की थाली में जरूर पहुंचेंगे। आप लोग एकजुटता के साथ लगे रहिए, समाज के सुधार को काम को आगे बढ़ाते रहिए।"
उन्होंने कहा, "सरकार के साथ समाज की जागरूकता से ही राज्य में परिवर्तन आएगा। सरकार ने बीते साल जिस तरह से शराबबंदी के समर्थन में मानव श्रृंखला बनाई थी, उसी तरह 21 जनवरी को दहेज एवं बाल विवाह प्रथा के खिलाफ मानव श्रृंखला से फिर विश्व रिकॉर्ड टूटेगा।"
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने रिंकी कुमारी को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया, जिसने बाल विवाह के खिलाफ अपनी शादी तोड़ दी थी। मुख्यमंत्री ने अंकित कुमार एवं जूही जायसवाल को दहेज मुक्त विवाह करने के लिए भी सम्मानित किया।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार से प्रारंभ इस यात्रा में मुख्यमंत्री अब तक पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, मधुबनी जिले का दौरा कर चुके हैं। इस यात्रा में मुख्यमंत्री का चरणवार सभी जिलों में जाने का कार्यक्रम है।