नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण किया। इस दौरान हरियाणा इलाके में निरीक्षण के दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद रहे। इस दौरान सुरक्षा इंतजाम कड़े थे। आपको बता दें कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे साल 2023 तक पूरा किया जा सकता है। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से दिल्ली से मुंबई सड़क के रास्ते 12 घंटे में पहुंचा जा सकता है।
हरियाणा के सोहना में हुए एक कार्यक्रम में नितिन गडकरी ने सड़क और एक्सप्रेस-वे से जुड़े कामकाजों के बारे में बताया और साथ में अपना एक अनुभव भी साझा किया। एक घटना का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, ''जब मेरी नई-नई शादी हुई थी तब मेरे ससुर का घर सड़क के बीच में आ रहा था। जाहिर है यह बड़ी समस्या थी। लोगों को आवागमन सुलभ नहीं हो रहा था ऐसे में इससे निजात पाना नितांत आवश्यक था।''
उन्होंने बताया कि यह पूरा मामला रामटेक का है और वह धर्मसकंट में पड़ गए थे। आगे उन्होंने कहा, ''रामटेक में मैंने बिना अपनी पत्नी को बताए ससुर के घर पर बुलडोजर चला दिया था और सड़क बनाई थी। इसके बाद आम जनता का आवागमन सुलभ हो गया।''
वहीं, टोल टैक्स के मसले पर भी नितिन गडकरी ने यहां बयान दिया और कहा कि अगर आपको अच्छी सर्विस चाहिए, तो उसके लिए पैसा भी देना होगा। शादी तो खुले मैदान में भी हो सकती है, लेकिन उसके लिए पैसा लगाना ही पड़ता है। गडकरी ने कहा कि हमारे मंत्रालय का बजट एक लाख करोड़ रुपये का है, लेकिन हम 15 लाख करोड़ की सड़क बना रहे हैं। अगर हम इन्वेस्टर्स से पैसा लेते हैं, तो उन्हें वापस भी देना पड़ता है।