नई दिल्ली। 21 दिन के लॉकडाउन की वजह से देशभर से प्रवासी मजदूर और गरीब लोग बड़े-बड़े शहरों से पैदल ही अपने-अपने गांव की तरफ निकल पड़े हैं। इससे सड़कों व राजमार्गों पर बड़ी संख्या में लोग देखे जा सकते हैं। इस स्थिति को लेकर सरकार की निरंतर आलोचना हो रही है। वहीं केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पलायन करने वाले लोगों की मदद के लिए अपना कदम आगे बढ़ाया है। नितिन गडकरी ने शुक्रवार को एएचएआई के चेयरमैन और विभिन्न टोल ऑपरेटर्स को निर्देश दिया है कि वे राजमार्गों पर पलायन कर रहे मजदूरों के लिए भोजन व पानी का उचित प्रबंध करें।
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पलायन कर रहे मजदूरों को लेकर ट्वीट कर कहा है कि सरकार इस भयावह हालत की ज़िम्मेदार है। नागरिकों की ये दशा करना एक बहुत बड़ा अपराध है। आज संकट की घड़ी में हमारे भाइयों और बहनों को कम से कम सम्मान और सहारा तो मिलना ही चाहिए। सरकार जल्द से जल्द ठोस क़दम उठाए ताकि ये एक बड़ी त्रासदी ना बन जाए।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इन मजदूरों की व्यथा पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि इन मजबूर हिंदुस्तानियों के साथ ऐसा सलूक मत कीजिए। हमें शर्म आनी चाहिए कि हमने इन्हें इस हाल में छोड़ दिया है। ये हमारे अपने हैं। मजदूर देश की रीढ़ की हड्डी है। कृपया इनकी मदद करिए।