नई दिल्ली: मोदी सरकार एक ऐसे प्रोजेक्ट पर काम कर रही है जो अगर सफल रहा तो पेट्रोल 10 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता हो जाएगा। सरकार पेट्रोल में मेथेनॉल मिलाकर पेट्रोल की कीमत में कटौती की योजना पर काम कर रही है। सरकार नीति आयोग की देखरेख में देश भर में 15 फीसदी मेथेनॉल मिला हुआ पेट्रोल लाने की तैयारी कर चुकी है। यही नहीं गाड़ियों का ट्रायल भी जोर-शोर से शुरू हो गया है। बात दें कि मेथेनॉल कोयले से बनता है। फिलहाल पेट्रोल-डीजल में इथेनॉल मिलाया जाता है।
माना जा रहा है कि अगर ट्रायल सफल रहा तो फिर देश भर के पेट्रोल पंपों पर मेथेनॉल मिला हुआ पेट्रोल बिकने लगेगा। इसका पूरा फायदा उपभोक्ताओं को मिलेगा और इस पूरी कवायद से पेट्रोल के दाम 10 रुपये तक घट सकेंगे। हालांकि सबकुछ ट्रायल पर टिका हुआ है। मोदी सरकार की कोशिश होगी कि लोकसभा चुनाव से पहले जनता को ये सौगात दे दी जाए।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो नीति आयोग की निगरानी में ही इसका ट्रायल चल रहा है। इसके नतीजे 2-3 महीने में आ जाएंगे। नीति आयोग की देखरेख में सरकार 15 फीसदी मेथेनॉल मिला पेट्रोल लाने की तैयारी कर चुकी है। फिलहाल पेट्रोल में इथेनॉल मिलाया जाता है।
आने वाले दिनों में मेथनॉल को घरों में खाना पकाने के ईंधन के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकेगा। नीति आयोग के सदस्य वीके सारस्वत ने कहा कि स्वच्छ ईंधन के रूप में मेथनॉल को घरो में खाना पकाने के ईंधन के रूप में उपयोग के लिये बढ़ावा दिया जा रहा है।
आयोग मेथनॉल से चलने वाले 70,000 गैस स्टोव वितरण के लिये उत्तर प्रदेश और असम से बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘हम मेथनॉल को खाने पकाने के ईंधन के रूप में उपयोग पर गौर कर रहे हैं और पायलट परियोजना के तहत असम पेट्रो काम्प्लेक्स में 500 परिवार को मेथनॉल चालित गैस चूल्हा दिया है।’
बता दें कि मेथेनॉल के मुकाबले इथेनॉल बहुत महंगा है। इथेनॉल की कीमत करीब 40 रुपये प्रति लीटर है, वहीं मेथेनॉल मात्र 20 रुपये प्रति लीटर में आता है। मेथेनॉल कोयले से बनता है जबकि इथेनॉल गन्ने से बनाया जाता है।