नयी दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को केविड-19 टीके पर शोध के लिये जैव प्रौद्योगिकी विभाग को 900 करोड़ रुपये का अनुदान देने की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘‘हम कोविड-19 टीके पर शोध और उसके विकास के लिये 900 करोड़ रुपये उपलब्ध करा रहे हैं। यह कोविड सुरक्षा मिशन के लिये उपलब्ध कराया जा रहा है जो पूरी तरह से अनुसंधान एवं विकास कार्यों के लिये है। लेकिन यह राशि अनुसंधान कार्यों के उद्देश्य से जैव प्रौद्योगिकी विभाग के पास जाएगी।’’
सीतारमण ने कहा कि अनुदान के दायरे में टीके की वास्तविक लागत और वितरण का खर्च शामिल नहीं है। टीका उपलब्ध होने पर इसके लिए अलग से प्रावधान किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘टीके की वास्तविक लागत या टीका वितरण के लिये उसके रखरखाव और जगह-जगह पहुचांने के लिये जरूरी ‘लॉजिस्टिक’ का खर्च पूरी तरह से अलग है। जब भी इसकी जरूरत होगी, उपलब्ध कराया जाएगा। यह अनुदान पूरी तरह से टीका विकास के लिये उसके शोध को लेकर है। अनुदान राशि जैव प्रौद्योगिकी विभाग के पास जाएगी।’’
सीतारमण ने कहा कि घरेलू रक्षा उपकरण, औद्योगिक प्रोत्साहन, बुनियादी ढांचा और हरित ऊर्जा के लिए पूंजीगत एवं औद्योगिक व्यय के लिए 10,200 करोड़ रुपये के अतिरिक्त बजटीय आबंटन का भी प्रावधान किया जाएगा। इस बीच भारत में एक दिन में कोविड-19 के 47,905 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 86,83,916 हो गए। वहीं देश में अभी तक 80,66,501 लोग संक्रमण मुक्त भी हो चुके हैं।