नई दिल्ली: उत्तराखंड के चमोली से दुखद खबर है। यहां ग्लेशियर के टूटने के बाद अचानक बढ़े जल स्तर से ऋषि गंगा प्रोजेक्ट में कॉपर डैम टूट गया है। न्यूज एजेंसी PTI ने अधिकारियों को हवाले से जानकारी दी कि इस प्रोजेक्ट में काम कर रहे करीब 150 कर्मचारी लापता हैं। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उत्तराखंड़ के चमौली में ग्लेशियर टूटने की वजह से हुए बड़ा हादसे पर कहा कि यह एक तरह की त्रासदी है जो बेहद चौंकाने वाली है। यह एक प्राकृतिक आपदा है। गृह मंत्री ने आश्वासन दिया है कि उत्तराखंड सरकार की हर मदद की जाएगी। उस पर कोई संकोच नहीं किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को उत्तराखंड में हिमखंड के टूटने से से आई बाढ़ से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की और राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात कर हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘उत्तराखंड में दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति की लगातार निगरानी कर रहा हूं। भारत उत्तराखंड के साथ खड़ा है और देश सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना कर रहा है। वरिष्ठ अधिकारियों से लगातार बात कर रहा हूं और एनडीआरएफ की तैनाती, बचाव और राहत कार्यों से संबंधित जानकारियां लगातार ले रहा हूं।’’
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तराखंड की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और अन्य शीर्ष अधिकारियों से बात की। उन्होंने बचाव और राहत कार्य का जायजा लिया। अधिकारी प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहे हैं।’’ गौरतलब है कि उत्तराखंड के चमोली जिले में ऋषिगंगा घाटी में रविवार को हिमखंड के टूटने से अलकनंदा और इसकी सहायक नदियों में अचानक विकराल बाढ़ आ गई है।
NDRF की कुछ टीम दिल्ली से उत्तराखंड भेजी जा रही हैं: अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के चमोली जिले में हिमखंड टूटने के कारण अचानक आई बाढ़ की स्थिति पर रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से बात की और कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की कुछ टीम दिल्ली से हवाई मार्ग से उत्तराखंड भेजी जा रही हैं। शाह ने ट्वीट किया, ‘‘उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा की सूचना के संबंध में मैंने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, आईटीबीपी के महानिदेशक और एनडीआरएफ के महानिदेशक से बात की है।’’
उन्होंने कहा कि सभी संबंधित अधिकारी लोगों को सुरक्षित करने में युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। एनडीआाएफ की टीम बचाव कार्य के लिए निकल गई हैं। देवभूमि को हरसंभव मदद दी जाएगी। गृह मंत्री ने कहा, ‘‘ राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की कुछ और टीम दिल्ली से हवाई मार्ग से उत्तराखंड भेजी जा रही हैं। हम वहाँ की स्थिति पर निरंतर नजर रख रहे हैं ।’’ गौरतलब है कि उत्तराखंड के चमोली जिले में ऋषिगंगा घाटी में रविवार को हिमखंड के टूटने से अलकनंदा और इसकी सहायक नदियों में अचानक विकराल बाढ़ आ गई है।