जयपुर: शास्त्रीय संगीत और कड़ाके की ठंड के बीच यहां जयपुर साहित्योत्सव की शुरूआत कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ हुई जहां बुकर पुरस्कार विजेता कनाडाई उपन्यासकार और कवि मारग्रेट एटवुड ने अपने संबोधन से बड़ी संख्या में श्रोताओं को आकर्षित किया। मशहूर लेखक रस्किन बांड ने अपने जीवन और कहानी लिखने की शुरूआत पर रोशनी डाली।
शास्त्रीय संगीत के साथ शुरू हुआ पांच दिन चलने वाला सालाना उत्सव
शास्त्रीय संगीत की स्वरलहरियों के साथ पांच दिवसीय सालाना उत्सव के नौवें संस्करण की शुरूआत हुई जिसमें विभिन्न पृष्ठभूमि के 360 से अधिक लेखक शिरकत कर रहे हैं। साहित्य उत्सव का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इसे शब्दों का उत्सव बताया और गुपचुप किताब पढ़ने की अपनी बचपन की यादों को साझा किया। उन्होंने कहा, मेरे लिए यह बचपन में पहुंच जाने, यहां बैठने और एक जादुई दुनिया में जाने के समान है।
आयोजन स्थल की सुरक्षा को लेकर उठे थे सवाल
उत्सव की शुरूआत से पहले आयोजन स्थल की सुरक्षा को लेकर सवाल उठे थे और एक जनहित याचिका में मांग की गयी थी कि पिछले साल साहित्योत्सव के दौरान यातायात की अव्यवस्था को देखते हुए स्थान बदला जाए। राजस्थान उच्च न्यायालय ने सरकार को जवाब देने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है।
एटवुड ने कहा, 27 साल पहले भारत में नहीं होते थे ऐसे उत्सव
इससे पहले एटवुड ने कहा कि वह बुलावे पर सम्मानित महसूस कर रहीं हैं। जब वह 27 साल पहले भारत आई थीं तो इस तरह के उत्सव नहीं होते थे। उन्होंने भारत में व्यापक और जटिल साहित्यिक स्थिति के बारे में बात की और कहा कि इंटरनेट के प्रसार के साथ पाठक संख्या बढ़ रही है और पुस्तकें आसानी से आम लोगों तक पहुंच रहीं हैं।
करन जौहर ने अपनी जीवनी एन अनस्यूटेबल ब्वॉय पर की बातचीत
उन्होंने अपनी जीवनी एन अनस्यूटेबल ब्वॉय के बारे में लेखिका शोभा डे और जीवनी लिखने वाली पूनम सक्सेना से बातचीत की। उन्होंने समलैंगिकता से लेकर बोलने की आजादी, फिल्मों और शाहरुख खान के साथ अपने संबंधों को लेकर विभिन्न विषयों पर विचार रखे। उन्होंने कहा, हम एक जटिल देश में है और आज के समय में किसी के व्यक्तिगत जीवन के बारे में बोलने से आपको जेल में डाला जा सकता है।
सुभाष चंद्रा की आत्मकथा का हुआ विमोचन
जी मीडिया समूह के कर्ताधर्ता सुभाष चंद्रा की आत्मकथा का भी आज यहां विमोचन किया गया जहां उन्होंने एक छोटे से गांव से लेकर इतना बड़ा समूह खड़ा करने तक की कहानी बयां की।
अगले पांच दिनों के दौरान 360 हस्तियां करेंगी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा
उत्सव की शुरूआत शास्त्रीय गायक गायत्री कौंडिन्या तथा राजस्थानी संगीतकारों नाथू लाल सोलंकी और छुग्गे खान के संगीत से हुई जिसमें साहित्य, इतिहास, राजनीति, अर्थव्यवस्था, कला तथा साहित्य जगत की 360 से अधिक हस्तियां एक मंच पर एकत्र होकर अगले पांच दिनों तक विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगी ।
इस बार फोकस रहेगा विश्व साहित्य पर
नौंवे जयपुर साहित्योत्सव में इस बार विश्व साहित्य पर अधिक फोकस रहेगा। समारोह में भाग ले रहे अन्य लेखकों में कोल्म तोइबिन, मार्लोन जेम्स, जैमेकाई कवि और लेखक केई मिलर, कामेडियन और अभिनेता स्टीफन फ्राई, स्लोवेनियाई लेखिका आंद्रेज बलात्निक, पत्रकार क्रिस्टीना लैम्ब और कई अन्य शामिल हैं।