नई दिल्ली: कश्मीर में जहां कई सारे स्टूडेंट पथराव में अपनी ऊर्जा और समय बर्बाद कर रहे हैं, वहीं 40 स्टूडेंट IIT में दाखिले के लिए अशांत घाटी में चुपचाप भारतीय सेना द्वारा दी जा रही कोचिंग ले रहे थे। 11 जून को जब संयुक्त प्रवेश परीक्षा-एडवांस्ड(जेईई-एडवांसड) के नतीजे घोषित हुए, तब इन सुपर-40 विद्यार्थियों में से नौ ने देश की कठिनतम परीक्षाओं में से एक इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में सफलता हासिल कर ली।
भारतीय सेना द्वारा शुरू की गई सुपर 40 में से 28 विद्यार्थी इस वर्ष आईआईटी-जेईई की मुख्य परीक्षा में सफल हुए थे, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। गुरुवार को यहां सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत सुपर-40 के कुछ सफल विद्यार्थियों से मिले और उन्हें बधाई दी।
सेना श्रीनगर में सोशल रेस्पॉन्सबिलिटी एंड लर्निग केंद्र और पेट्रोनेट एलएनजी के अपने ट्रेनिंग पार्टनर के रूप में कोचिंग का संचालन करती है। 2013 में इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं के लिए कश्मीर के विद्यार्थियों को कोचिंग दिए जाने की पहल शुरू हुई थी।