लखनऊ: उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद से फैजाबाद जा रही उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) की बस में मंगलवार सुबह आग लगने से नौ लोगों की मौत हो गई और कम से कम आठ लोग बुरी तरह झुलस गए। यह हादसा अमेठी में हुआ। हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इस बीच यूपीएसआरटीसी के प्रबंध निदेशक मुकेश मेश्राम ने बस के चालक को निलंबित कर दिया है।
पुलिस के मुताबिक, इलाहाबाद से फैजाबाद जा रही फैजाबाद डिपो की एक बस में अमेठी के पीपरपुर थाना के सन्सारीपुर गांव के पास बिजली का एक तार छू गया। काफी नीचे लटका बिजली तार सटते ही बस में आग लग गई। जब तक कोई कुछ समझ पाता, तब तक बस में आग फैल चुकी थी।
फायर ब्रिगेड की टीम के पहुंचने से पहले ही गांव के लोगों ने किसी तरह बस की आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक विलंब हो चुका था। कुछ लोगों ने खिड़की से कूदकर अपनी जान बचाने का प्रयास किया तो कुछ लोग भगदड़ के कारण बस में ही गिरकर आग की चपेट में आ गए।
बस के अंदर लपटों में घिरे नौ लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ किया। गंभीर रूप से झुलसे दर्जनों लोगों का अमेठी के जिला अस्पताल में उपचार कराया जा रहा है।
इस बीच यूपीएसआरटीसी के प्रबंध निदेशक मुकेश मेश्राम ने कहा कि यह हादसा चालक की लापरवाही से हुआ है। बस में इंजन के पास ही गैस सिलेंडर रखा हुआ था, जिसमें विस्फोट के बाद आग और भड़क गई। बस के चालक को निलंबित कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि इस हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अमेठी में हुए बस हादसे को संज्ञान में लेते हुए मुआवजे का ऐलान किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख और झुलसे हुए लोगों को 50-50 हजार रुपये बतौर मुआवजा देने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हादसे में झुलसे लोगों के इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी।