श्रीनगर: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को श्रीनगर और पुलवामा में सीमा पार से कारोबार के सिलसिले में कुछ कारोबारियों के छह ठिकानों पर छापा मारा। ये व्यापारी कथित तौर पर इस पैसे का इस्तेमाल जम्मू कश्मीर में समस्या खड़ी करने के लिये कर रहे थे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि जिन व्यापारियों के यहां छापे मारे गए हैं उनमें तनवीर वानी का नाम अहम है। वानी दक्षिण कश्मीर के आतंकवाद से जूझ रहे पुलवामा में एलओसी (क्रॉस-लाइन ऑफ कंट्रोल) ट्रेडर्स एसोसिएशन का अध्यक्ष है। उन्होंने कहा कि श्रीनगर के सफाकादल, बेमिना और परीमपोरा फ्रूट मार्केट में छापे मारे गए।
प्रवक्ता ने कहा कि छापों के दौरान एनआईए टीमों ने ऐसे दस्तावेज जब्त किए हैं जिनसे अपराध का संकेत मिलता है। इनमें फोटोग्राफ और ऐसे कागज शामिल हैं जिनका संबंध नियंत्रण रेखा के पार व्यापार से है। इसके अलावा इलेट्रॉनिक्स उपकरणों एवं कई अन्य तरह का सामान जब्त किया गया है। इसके सिलसिले में कुछ लोगों से बातचीत भी जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी में एनआईए के साथ राज्य पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के जवान भी शामिल थे। ये छापे सबूत इकठ्ठा करने के मकसद से सुबह के वक्त मारे गए। एनआईए ने एक बयान में पहले कहा था कि उसके पास इस बात की पुख्ता जानकारी है कि भारत में पाकिस्तान से बड़े पैमाने पर धन का प्रवाह हो रहा है। सीमा पार से कैलिफोर्निया बादाम के आयात के बहाने पाकिस्तान से भारत में धन का अंतरण किया जा रहा था।
एजेंसी ने कहा राज्य की नीति के तहत सीमा पार कारोबार व्यवस्था के जरिये तीसरे पक्ष के सामान के व्यापार करने पर प्रतिबंध है और ऐसा इस नीति का घोर उल्लंघन करके किया जा रहा था। ऐसी जानकारी सामने आई है जिससे संकेत मिलता है कि इस धन का इस्तेमाल राज्य में आतंकवाद और अलगाववाद की आग को हवा देने में हो रहा है।