नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की विशेष अदालत ने रंजीत सिंह और गुरमीत सिंह नाम के दो लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। दोनो पर आरोप है कि उन्होंने ड्रोन के इस्तेमाल से पाकिस्तान की सीमा से भारत में हथियार, विस्फोटक, कम्युनिकेशन डिवाइस और गोला बारूत पहुंचाने में मदद की थी। पिछले साल पंजाब के चोला साहिब क्षेत्र में ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से यह हथियार, गोला बारूद और बिस्फोटक भेजे गए थे।
NIA अदालत ने इस सिलसिले में रंजीत सिंह और गिरमीत सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है, रंजीत सिंह जम्मू के आरएसपूरा सेक्टर का रहने वाला है और फिलहाल पाकिस्तान में रहता है और प्रतिबंधित आतंकी संगठन खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) का मुखिया है, पाकिस्तान में रहकर ही यह इस संगठन को चलाता है। गुरमीत सिंह पंजाब के होशियारपुर जिले के टांडा का रहने वाला है और फिलहाल जर्मनी में रहता है तथा KZF का सक्रिय कार्यकर्ता है।
NIA को जांच में पता चला है कि भारत में आतंकी गतिविधियों को फैलाने के लिए इन दोनों ने ही ड्रोन के जरिए हथियार पहुंचाने में मदद की थी। जांच में यह भी पता चला है कि भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए दोनों ने पंजाब में कुछ युवकों की भर्ती भी की थी, इस मामले में अभी तक कुल 9 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। मामले की जांच अभी भी जारी है।