नई दिल्ली। आज एक बहुत बड़ा खुलासा हुआ है। हिंदुस्तान में एक ऐसा गैंग है जो भारतवर्ष को नीचा दिखाना चाहता है। ये एक अंतरराष्ट्रीय साजिश है। न्यूज़ क्लिक एक पोर्टल है, जो भारत में मीडिया का चोला ओढ़कर काम करता है लेकिन मीडिया नहीं है। ये लोग खुद को एक्टिविटिस्ट कहते हैं। जिनकी मदद भारत में कुछ राजनेता भी करते हैं, जो भारत की छवि को नष्ट करते हैं। ये एक इंटरनेशनल टूल किट है।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि आज न्यूज़ क्लिक के बारे में जो तथ्य सामने आया है, इससे एक बात स्पष्ट है कि टूलकिट केवल हिंदुस्तान के कुछ राजनीतिक दल ही नहीं चला रहे हैं बल्कि भारत के बाहर भी एक ऐसी साजिश हो रही है, जो इस टूलकिट का हिस्सा है। न्यूज़ क्लिक पोर्टल मीडिया का चोला ओढ़कर मीडिया बनने की कोशिश करता है, मगर वो मीडिया नहीं है। न्यूज़ क्लिक में आपने पढ़ा होगा कि करोड़ों रुपये विदेशों से संदिग्ध रूप से हिंदुस्तान में आए और इसका एक ही मकसद है हिंदुस्तान की सरकार को फेल बताना।
पीएम मोदी को बदनाम करने के लिए रेट कार्ड तय किए गए
संबित पात्रा ने आगे कहा कि पीएम मोदी को बदनाम करने के लिए रेट कार्ड तय किए गए। एंटी इंडिया सेंटीमेंट को आगे बढ़ाने के लिए प्राइस टैग रखा गया। एक गैंग भारत वर्ष को नीचा दिखाना चाहता है। देश में एक अंतरराष्ट्रीय साजिश चल रही है। न्यूज क्लिक पोर्टल अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा है। विदेशी फंड के जरिए देश के खिलाफ साजिश की जा रही है। कुछ न्यूज पोर्टल मीडिया का चोला ओढ़े हुए हैं। करोड़ों के फंड का देश के खिलाफ इस्तेमाल हो रहा है। विदेशी ताकतों को पीएम मोदी खटम रहे हैं। कृषि बिल पर साजिश के तहत बदनाम किया गया। भारत के खिलाफ सोची समझी साजिश रची जा रही है जिसमें न्यूज क्लिक पोर्टल अतंरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा है। न्यूज क्लिक पोर्टल खास एजेंडे पर काम कर रहा है। न्यूज क्लिक ने विदेश फंडिंग से करीब 30 करोड़ जुटाए।
न्यूज क्लिक ने विदेशी फंडिंग से करीब 30 करोड़ रुपए जुटाए
बीजेपी ने कहा कि कम्युनिस्ट नेता बप्पादित्य सिन्हा को 52 लाख रुपए मिले। एक्टिविस्ट गौतम नवलखा को 21 लाख रुपए मिले। विदेशी फंडिंग का कुछ और मकसद है। विदेशी फंडिंग का पैसा पोर्टल के लिए नहीं। अमेरिकी कंपनियों ने न्यूज क्लिक पोर्टल को फंडिंग की। न्यूज क्लिक ने विदेशी फंडिंग से करीब 30 करोड़ रुपए जुटाए। हवाला के जरिए विदेशों से फंडिंग हो रही है। बीजेपी ने कहा कि पीएम मोदी पर जनता को पूरा भरोसा है। दुनिया में भारत की वैक्सीन पॉलिसी की तारीफ हो रही है।
भारतीय जनता पार्टी ने एक न्यूज पोर्टल को कथित संदिग्ध विदेशी धन प्राप्त होने की खबरों पर रविवार को दावा किया कि ‘‘भारत विरोधी’’ तत्व विदेशी ताकतों के साथ गठजोड़ से देश की प्रतिष्ठा कम करने और मोदी सरकार को निशाना बनाने की साजिश का हिस्सा हैं।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने संवाददाता सम्मेलन में ‘न्यूजक्लिक’ पोर्टल की प्रवर्तन निदेशालय की जांच के बारे में मीडिया में आई खबरों का जिक्र किया और कहा कि उसे 9.59 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) तथा संदिग्ध उद्देश्यों के लिए 28.46 करोड़ रुपये और प्राप्त हुए। उन्होंने आरोप लगाया कि यह धन भीमा कोरेगांव मामले में आरोपी गौतम नवलखा सहित विभिन्न लोगों को पहुंचाया गया।
उन्होंने दावा किया कि यह भारत विरोधी भावना भड़काने, पीएम मोदी को अपशब्द कहने और विदेशी ताकतों के लिए दुष्प्रचार करने की कीमत थी। उन्होंने दावा किया, ‘‘भारत विरोधी ताकतें विदेशी ताकतों के साथ मिल कर यह कर रही हैं।’’ पात्रा ने आरोप लगाया कि पोर्टल ने भारत की प्रतिष्ठा कम करने के लिए एक मीडिया हाउस का चोला ओढ़ा।’’
भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि भारत के मुख्य धारा के कुछ नेता और विदेशी ताकतें तथा इस तरह के कुछ पोर्टल सुनियोजित तरीके से एक गिरोह के रूप में काम कर रहे हैं। पात्रा ने दावा किया कि जब कभी देश में कोई अच्छी चीज होती है, चाहे वह कोविड टीकाकरण नीति हो या सेंट्रल विस्टा परियोजना हो, कुछ लोग इसे निशाना बनाते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि ये घटनाएं भारत की प्रतिष्ठा कम करने के लिए इस तरह के अभियानों के पीछे विदेशों से धन प्राप्त होने और विदेशी साचिश की भूमिका को उजागर करते हैं। पात्रा ने कहा कि सेंट्रल विस्टा परियोजना को अदालतों से सहमति मिल गई है लेकिन कुछ लोग भारत की प्रतिष्ठा कम करने में अब तक लगे हुए हैं।