पणजी. कोरोना संक्रमण की वजह से नए साल को लेकर लोगों का उत्साह पहले से ही फीका है लेकिन फिर भी राज्य सरकारें कोई मौका नहीं लेना चाहतीं। गोवा में नए साल के मौके पर नाइट कर्फ्यू का ऐलान नहीं किया गया है लेकिन राज्य सरकार हर कार्यक्रम को लेकर चौकन्नी है और पूरी नजर रखे हुए हैं। राज्य के सीएम प्रमोद सावंत ने कहा कि रात का कर्फ्यू लगाने के लिए सरकार ने कोई आधिकारिक निर्णय नहीं लिया है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि 31 दिसंबर को नववर्ष की पूर्व संध्या जश्न के लिए गोवा में 40-45 लाख पर्यटक आ गए हैं। कोरोना से बचाव के लिए हम मास्क, सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर लोगों में प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।
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प्रमोद सावंत से पहले उनकी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा था कि दिल्ली की तर्ज पर गोवा में भी कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए रात में कर्फ्यू लगाया जा सकता है। राणे ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से चर्चा की है। उन्होंने एक बयान में कहा, "मैंने दिल्ली और कर्नाटक की तर्ज पर रात में कर्फ्यू लगाने को लेकर मुख्यमंत्री से बात की है। इस संबंध में फाइल पहले ही प्रक्रिया में है।"
मंत्री ने कहा, ‘‘इस समय गोवा में सख्त मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) की जरूरत है क्योंकि यह एक पर्यटन राज्य है।’’
राणे ने कहा कि उन्हें केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव का पत्र मिला है जिसमें प्रत्येक राज्य को स्थानीय स्तर पर कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए एसओपी का अनुपालन सुनिश्चित करने और सख्त नियम बनाने को कहा गया है। मंत्री ने कहा, ‘‘चूंकि गोवा पर्यटन राज्य है, इसलिए एसओपी का सख्ती से अनुपालन अति आवश्यक है ताकि हम कोविड-19 दिशानिर्देशों के अनुसार पर्यटन गतिविधियां चालू रख सकें।’’
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गोवा के स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को पत्र भेजकर राज्य सरकार से कड़े उपाय करने को कहा। पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने नए साल का उत्सव मनाने के दौरान भीड़ जमा होने की स्थिति में संभावित सभी ‘सुपरस्प्रेडर’ (संक्रमण को तेजी से फैलाने वाला) के रोकने के लिए गोवा में सख्त निगरानी करने को कहा है।