बेंगलुरु. सेंटर फॉर सेल्युलर एन्ड मोल्युकुलर बायोलॉजी यानि CCMB ने RTPCR टेस्ट के लिए नई किट बनाई है। नई किट से आधे समय में और आधी लागत में टेस्ट होगा। इस नए मैथड में टेस्ट की संख्या को 3 गुणा बढ़ाया जा सकता है और इसके लिए अलग इंफ्रास्ट्रक्चर की भी जरूरत नहीं है।
ICMR ने नई किट को मंजूरी दे दी है और CCMB ने मेरिल डाइगोनोस्टिक्स नाम की एक निजी कम्पनी से करार कर इसका प्रोडक्शन भी शुरू कर दिया है। इस किट की कीमत मात्र 40 से 60 रुपये के बीच होगी। मेरिल डाइगोनोस्टिक्स नाम के पास एक महीने में 2 करोड़ किट बनाने की क्षमता है। आपको बता दें कि अभी प्राइवेट हॉस्पिटल में RTPCR टेस्ट के लिए 800 से 1500 रुपये के बीच फीस ली जा रही है।
मौजूदा RT PCR मैथड में सबसे मुख्य बात RNA एक्सट्रैक्शन की है जिसमें करीब 4 घण्टे लग जाते हैं जबकि नए ड्राई स्वेब मैथड में RNA एक्सट्रेक्शन की जरूरत नहीं होगी, बिना ये किये ही कोविड टेस्ट किया जा सकेगा। ड्राई स्वेब टेस्ट के जरिये मोल्युकुलर सेल्स को सीधे खोला जा सकता है और फिर RTPCR किया जा सकता है RNA एक्सट्रेक्शन और प्यूरीफिकेशन की जरूरत नहीं होगी, जो मौजूदा RTPCR टेस्ट में हो रहा है।