कानपुर: कानपुर देहात के परौख गांव में जन्मे नए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपनी सादगी के लिए मशहूर हैं। करीब से जानने वाले लोग रामनाथ कोविंद की तारीफ करते नहीं थकते। कोविंद का कुनबा भी बेहद साधारण तरीके से रहता है। उनके बड़े भाई प्यारेलाल झींझक में आज भी कपड़े की छोटी सी दुकान चलाते हैं।
पिछले 40 साल से कपड़े की दुकान चला रहे हैं प्यारेलाल
कोविंद के भाई प्यारेलाल कोविंद कानपुर देहात के झींझक कस्बे में रहते है। यहां की गुड़ मंडी में गली नम्बर 4 में छोटी सी कपड़े की दुकान चलाते है। कोविंद के भाई पिछले 40 साल से ये दुकान चला रहे है लेकिन आज वो दुकान खास हो गई है क्योंकि ये दुकान राष्ट्रपति के सगे भाई की है।
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देश की सर्वोच्च इमारत रायसीना हिल्स में रहेंगे कोविंद
एक बेहद साधारण दलित परिवार में जन्मे कोविंद अब देश की सर्वोच्च इमारत रायसीना हिल्स में रहेंगे। मैकूलाल के घर नौवीं संतान के रूप में पैदा हुए रामनाथ कोविंद के बड़े भाइयों के नाम रखे गए मोहनलाल, शिवबालक राम, रामस्वरूप भारती, प्यारेलाल, जबकि 4 बहनें है। मोहनलाल और शिवबालक राम अब इस दुनिया में नहीं हैं और चारों बहनें भी संसार से विदा हो चुकी हैं।
परचून की दुकान चलाते थे कोविंद के पिता
रामनाथ कोविंद के पिता मैकूलाल एक व्यापारी थे, वो परचून की दुकान चलाते थे। परचून की दुकान चलाने के अलावा कोविंद के पिता एक कपड़ा दुकान के मालिक भी थे और इसके अलावा वो वैद्य भी थे।