नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने रेल यात्रियों की सुविधा के लिए 8 फरवरी 2021 से नई दिल्ली-कालका शताब्दी स्पेशल तथा 10 फरवरी से नई दिल्ली-आगरा कैंट एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू करने जा रहा है। इसकी जानकारी खुद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करके दी है। रेल मंत्री पीयूष गोयल के ट्वीट के मुताबिक, 'यात्रियों की सुविधा हेतु 8 फरवरी से नई दिल्ली-कालका शताब्दी स्पेशल, तथा 10 फरवरी से नई दिल्ली-आगरा कैंट एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया जा रहा है। यह ट्रेन यात्रियों को सुरक्षित, सुगम तथा आरामदायक यात्रा का साधन उपलब्ध करायेंगी।' गौरतलब है कि इन दोनों ट्रेन सेवाओं का संचालन प्रतिदिन किया जाएगा।
लोकमान्य तिलक टर्मिनल-लखनऊ जंक्शन-लोकमान्य तिलक टर्मिनल ट्रेन की संचालन अवधि में किया गया विस्तार
- साथ ही सेंट्रल रेलवे ने ट्रेन संख्या 02107/02108 लोकमान्य तिलक टर्मिनल-लखनऊ जंक्शन-लोकमान्य तिलक टर्मिनल सुपरफास्ट स्पेशल त्रि-साप्ताहिक ट्रेन की संचालन अवधि में विस्तार करने का निर्णय लिया है।
- ट्रेन संख्या 02107 लोकमान्य तिलक टर्मिनल (6 फरवरी से 31 मार्च 2021 के बीच) प्रत्येक सोमवार, बुधवार और शनिवार को 16.25 बजे चलेगी और अगले दिन 15.10 बजे लखनऊ पहुंचेगी।
- वहीं ट्रेन संख्या 02108 (7 फरवरी से 1 अप्रैल 2021) के बीच प्रत्येक मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को 22.45 बजे लखनऊ से रवाना होगी और अगले दिन 23.00 बजे लोकमान्य तिलक टर्मिनल पर पहुंचेगी। इन दोनों ट्रेनों में टिकटों की बुकिंग शुरू हो चुकी है।
- आप NTES ऐप और रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट (www.enquiry.icndianrail.gov.in) और www.irctct.co.in पर और जानकारी ले सकते हैं। केवल कंफर्म टिकट वाले रेल यात्री ही इन ट्रेनों में सफर कर पाएंगे। रेलवे की ओर से इन ट्रेनों में कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए हेल्थ प्रोटोकॉल का भी पूरी तरह से ध्यान रखा जाएगा। रेलवे ने स्पष्ट किया है कि इन ट्रेनों में शत प्रतिशत आरक्षण के जरिए ही यात्रा की जा सकेगी। टिकट में स्पेशल ट्रेन का भाड़ा लगेगा।
चौरी चौरा एक्सप्रेस ट्रेन में लगेंगे LHB कोच
आजादी के लिये किए गए असहयोग आंदोलन की चर्चित चौरी चौरा घटना के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में, भारतीय रेल आज (4 फरवरी) से चौरी चौरा एक्सप्रेस को LHB कोचेस के साथ चलाएगी। इस ट्रेन के यात्रियों का सफर अब अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनेगा। ये जाकारी भी रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर दी है।
रेलवे की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, एलएचबी कोच पंजाब में स्थित कपूरथला फैक्ट्री में बनाए जाते हैं। ये कोच वर्ष 2000 में जर्मनी से भारत लाए गए हैं। इन कोच को स्टेनलेस स्टील बनाया जाता है, इसी वजह से इनका वजन कम हो जाता है। इन कोच में डिस्क ब्रेक होते है। इन कोच को 200 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलाया जा सकता है। हालांकि, इसकी ऑपरेशनल स्पीड 160 किमी प्रति घंटा तय की गई है। भारतीय रेलवे ने 30 साल पहले 29 जुलाई 1990 को चौरीचौरा एक्सप्रेस ट्रेन चलाई थी। पहले यह ट्रेन गोरखपुर से रोजाना इलाहाबाद (अब प्रयागराज) तक जाती थी, अब यह कानपुर अनवरगंज तक चल रही है।