नई दिल्ली: दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में एक बच्ची से कथित तौर पर रेप के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी। प्रदर्शनकारियों ने कारों को नुकसान पहुंचाया और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने ‘हल्का बल प्रयोग’ किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पथराव में 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि उन्होंने 20 से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। घायल पुलिसकर्मियों में 2 सहायक पुलिस आयुक्त शामिल हैं।
प्रदर्शनकारियों ने किया पथराव
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिम) देवेन्द्र आर्य ने बताया कि 11 वर्षीय बच्ची से कथित बलात्कार के विरोध में प्रदर्शन के इरादे से शुक्रवार रात रंगपुरी पहाड़ी इलाके की एक झुग्गी बस्ती से काफी तादाद में लोग जमा हुए थे। अधिकारी ने बताया कि पुलिस को वसंत कुंज इलाके में यातायात जाम की सूचना मिली थी, जिसके बाद वे घटनास्थल पर पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने होती शिविर कैम्प के पास छतरपुर महिपालपुर जाने के मार्ग में दोनों ओर रास्ता जाम किया था। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को बताया कि बलात्कार मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, यह जानने के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया।
कारों और पुलिस की गाड़ी को नुकसान
अधिकारी ने बताया कि बार-बार चेतावनी दिए जाने के बाद भी भीड़ वहां से नहीं हटी। कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। डीसीपी ने बताया कि इस दौरान 2 सहायक पुलिस आयुक्त, 2 इंस्पेक्टर, एक सहायक सबइंस्पेक्टर, एक हेडकांस्टेबल और 4 कांस्टेबल सहित 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान 11 निजी कारों और एक पुलिस वाहन को नुकसान पहुंचा। इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।
हिरासत में आरोपी
22 अगस्त को रंगपुरी पहाड़ी इलाके के एक जंगली क्षेत्र में शौच के लिए गई 11 वर्षीय बच्ची से कथित तौर पर बलात्कार की घटना सामने आई थी। घटना के संबंध में शुक्रवार को प्रकाश नामक 34 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।