नई दिल्ली: अक्सर अपने बयानों के चलते सुर्खियों में रहने वाले कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। मध्य प्रदेश में एकता यात्रा कर रहे दिग्विजय सिंह ने दो दिन पहले झबुआ में कहा था कि हिन्दू धर्म वाले जितने आथंकी पकड़े गए सब संघ के कार्यकर्ता थे। उनके इस बयान पर जब बवाल बड़ा तो उन्होंने सफाई पेश करते हुए कहा है कि मैं हिन्दू या भगवा आतंकी नहीं संघी आतंकी कहा था।
दिग्विजय सिंह अपने पहले के बयान में कहते दिखाई दे रहे हैं कि हिन्दू धर्म वाले आतंकवादी पकड़े गए हैं सब संघ के कार्यकर्ता रहे हैं। महात्मा गांधी की हत्या करने वाला नाथूराम गोडसे आरएसएस में रहे हैं तो ये विचारधारा नफरत फैला रही है। नफरत से हिंसा होता है। इस बयान पर जब विवाद बढ़ा तो दिग्विजय सिंह ने इस बयान से पलटी मारते हुए कहा है कि ना हिन्दू आतंकवाद होता है ना भगवा आतंकवाद होता है। मैं संघी आतंकवाद कहता है।
अजमेर दरगाह में जो बम धमाके में पकड़े गए वो संघ के प्रचारक थे या नहीं थे। सुनील जोशी का मर्डर जिन्होंने किया वो संघ के प्रचारकों ने किया। अडवाणीजी कहा करते थे कि सभी मुसलमान आतंकी नहीं होते लेकिन जो आतंकी पकड़ते जाते हैं वो सारे मुसलमान क्यों होते हैं तो मैंने इसका जवाब दिया कि सभी हिन्दू आतंकवादी नहीं हो सकते लेकिन जो पकड़े जाते हैं वो संघ से संबंधित क्यों होते हैं।