प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए एक संयुक्त रणनीति बनाने और विश्व के सामने एक उदाहरण रखने के उद्देश्य से दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) नेताओं की वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए चर्चा का शुक्रवार को प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं प्रस्ताव करना चाहूंगा कि दक्षेस देशों का नेतृत्व कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एक मजबूत रणनीति बनाये। हम हमारे नागरिकों को स्वस्थ रखने के तरीकों पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा कर सकते हैं।’’ मोदी ने ट्विटर पर कहा, ‘‘हमारा ग्रह कोविड-19 कोरोना वायरस से जूझ रहा है। विभिन्न स्तरों पर, सरकारें और लोग इसका मुकाबला करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया को यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए कि लोग स्वस्थ रहे। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम दुनिया के सामने एक उदाहरण पेश कर सकते हैं और ग्रह को स्वस्थ रखने में योगदान कर सकते हैं।’’ दक्षेस क्षेत्रीय अंतर सरकारी संगठन है जिसमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं।
विदेश मंत्रायल ने 130 से ज्यादा देशों को भारतीय कदमों की जानकारी दी
कोरोनावारस को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने इस वायरस को लेकर भारत सरकार द्ववारा उठाए गए सक्रिय कदमों को लेकर शुक्रवार को 130 से ज्यादा देशों और अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों और 100 मिशन के प्रमुखों को जानकारी दी।
नेपाल के प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रस्ताव पर नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदीजी के विचार का स्वागत करता हूं। उन्होनें कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सार्क देशों के नेतृत्व को एक मजबूत रणनीति तैयार करने को कहा है। नेपाल के प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरी सरकार हमारे नागरिकों को इस घातक बीमारी से बचाने के लिए सार्क सदस्य देशों के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है।
भूटान के प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रस्ताव पर भूटान के प्रधानमंत्री लोतेय त्शेरिंग ने कहा कि इसे ही हम नेतृत्व कहते हैं। इस क्षेत्र के सदस्यों के रूप में हमें ऐसे समय में एक साथ आना चाहिए। उन्होनें कहा कि कोरोनावायरस के कारण छोटी अर्थव्यवस्थाओं पर प्रभाव पड़ रहा है, इसलिए हमें समन्वय करना चाहिए। उन्होनें पीएम मोदी के लिए कहा कि आपके नेतृत्व के साथ मुझे कोई संदेह नहीं है कि हम तत्काल और प्रभावशाली परिणाम देखेंगे। उन्होनें कहा कि मैं वीडियो कॉन्फ्रेंस का इंतजार कर रहा हूं।
इटली में भारतीय दूतावास
इटली में भारतीय दूतावास वहां फंसे भारतीयों के साथ निरंतर संपर्क में है। दूतावास छात्रों को नियमित रूप से अपडेट और सूचना प्रदान कर रहा है। दूतावास भारतीय समुदाय के नेताओं के साथ वहां मौजूद भारतीयों को भोजन के अलावा जरुरी चीजें प्रदान कर रहा है।
कोरोनावायरस की स्थिती से निपटने के लिए इटली में भारतीय दूतावास स्थानीय अधिकारियों के साथ सक्रिय रूप से काम कर रहा है। भारत से मेडिकल टीम रोम पहुंच चुकी है। इस संबंध में 2 हेल्पलाइन पर 600 कॉल का जवाब दिया गया है। भारतीयों के रहने संबंधी व्यवस्था का भी ध्यान रखा जा रहा है।