लातेहर: जांच से बचने के लिए झारखंड में नक्सली जबर्दस्ती बुजुर्गों से 500 और 1,000 रुपये के बड़े नोट पर बदलवा रहे हैं। झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाकों में से एक लातेहर जिले में नक्सलियों ने टैक्स (लेवी) और फिरौती के रूप में करोड़ों रुपये वसूले हैं। इनमें से अधिकांश रुपये 500 और 1,000 रुपये की नोटों के शक्ल में हैं जिसकी वजह से ये यहां के नक्सलियों के लिए आफत बन चुके हैं।
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सूत्रों के मुताबिक, मोदी सरकार की नोटबंदी ने नक्सलियों की कमर तोड़कर रख दी है। यही वजह है कि वे लोगों से वसूले गए लेवी और फिरौती को बदलवाने के लिए बुजुर्गों को धमका रहे हैं। नक्सली अपने प्रभुत्व वाले इलाकों में बुजुर्गों को अपने-अपने अकाउंट में 2.5 लाख रुपये जबर्दस्ती जमा करने को कह रहे हैं। पुलिस का मानना है कि ऐसा करके वह इस पैसे को मान्य मुद्रा में बदलवा लेंगे और किसी भी तरह की जांच से बच जाएंगे। पुलिस का यह भी मानना है कि इस काम में बुजुर्गों के अलावा युवा भी शामिल हो सकते हैं।
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लातेहर जिले के अधीक्षक अनुप बरथरे ने कहा, ‘यह बात सही है। हम लोगों को ऐसी जानकारी मिली है कि नक्सली गांव वालों का उपयोग वसूली किए गए पैसों को बैंक में जमा कराने के लिए कर रहे हैं ताकि वह मान्य मुद्रम में बदल जाए। सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं युवा लोगों के भी इसमें शामिल होने की आशंका है।’ बरथरे ने कहा कि पिछले दो दिनों से पुलिस कई स्थानों पर उन लोगों को पकड़ने के लिए तलाश जारी किए हुए है, जो इस गैरकानूनी काम में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हमें शक है कि कुछ स्थानीय लोग जो नक्सल समर्थक हैं, वो इनकी मदद कर रहे हैं।