दुमका (झारखंड): केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज यहां कहा कि हिन्दुस्तान की धरती से नक्सलवाद खत्म होकर रहेगा। झारखंड की रघुवर दास सरकार के एक हजार दिन पूरे होने पर आज यहां आयोजित रैली में केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने यह बात कही। उन्होंने कहा, 'नक्सली गरीबों के बच्चों को गुमराह कर उनके हाथ में बंदूक पकड़ा देते हैं। बड़े-बड़े नक्सली नेता स्वयं ऐशो आराम की जिंदगी बिताते हैं और गरीब के बच्चों को बंदूक पकड़ाकर उन्हें जंगलों में भटकने को मजबूर करते हैं। कोई भी नक्सली नेता अपने बच्चों के हाथ में बंदूक नहीं पकड़ाता है। यह बहुत अफसोसजनक है और केन्द्र सरकार इसे खत्म करेगी। केन्द्र की मोदी सरकार हिन्दुस्तान की धरती से नक्सलवाद खत्म करने को प्रतिबद्ध है।'
राजनाथ ने कहा कि नक्सली देश के गरीबों, आदिवासियों और दलितों का शोषण करते हैं और देश के विकास में बाधा उत्पन्न करते हैं लेकिन वर्तमान सरकार ऐसा नहीं चलने देगी। उन्होंने कहा कि सभी को हिंसा का रास्ता छोड़ना पड़ेगा लेकिन इस काम में सरकार को जनता का सहयोग भी चाहिए। राजनाथ सिंह ने नक्सलियों को आत्समर्पण कर देश की मुख्यधारा में शामिल होने को कहा और कहा, जो नक्सली आत्मसमर्पण करना चाहते हैं वह राज्यों की आत्मसमर्पण की नीति के अनुकूल आत्मसमर्पण कर सकते हैं जिस पर संबद्ध राज्य उनके मामलों के अनुसार विचार करेंगे। लेकिन हिंसा का रास्ता सभी को हर हाल में छोड़ना होगा।
उन्होंने कहा, हम पूरे झारखंड राज्य का विकास करना चाहते हैं लेकिन कुछ लोग इसमें बाधा उत्पन्न करना चाहते हैं। केन्द्र की मोदी सरकार देश से गरीबी मिटा देना चाहती है और इसके लिए कदम उठाये जा रहे हैं। सिंह ने कहा कि झारखंड में विकास की अपार संभावनाएं हैं और उसी को देखकर तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसे अलग राज्य के रूप में गठित करने का निर्णय किया था। उन्होंने कहा कि आज आंकड़े देखकर उन्हें बहुत खुशी होती है। झाारखंड देश में सबसे तेजी से विकसित हो रहा है। राज्यों में दूसरे स्थान पर है और 8.6 प्रतिशत के विकास दर से वह विकास कर रहा है। उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह आशान्वित हैं कि आने वाले समय में 2019 तक राज्य में विकास दर दो अंकों में पहुंच जायेगा।