नई दिल्ली. पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक अब्दुल बासित ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में नवाज शरीफ ने यह सोचकर अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी को एकतरफा छूट दी थीं और यहां तक कि जम्मू-कश्मीर पर इस्लाबाद के सैद्धांतिक रुख को भी कमजोर कर दिया था कि उन्हें बदले में कुछ मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
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भारत में पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त बासित ने एक मीडिया संस्थान को ऑनलाइन दिए साक्षात्कार में भारत को लेकर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शरीफ की नीति की आलोचना की।
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बासित ने शरीफ की 2014 में भारत यात्रा के दौरान उनकी मोदी के साथ बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तानी नेता कश्मीर को लेकर चुप रहे और जब भारतीय प्रधानमंत्री ने आतंकवाद एवं मुंबई आतंकवादी हमलों की सुनवाई का मामला उठाया तो शरीफ ने एक शब्द भी नहीं कहा।
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उन्होंने कहा, "शरीफ को लगा कि इस प्रकार की छूट देकर वह प्रधानमंत्री मोदी से छूट लेने में अंतत: सफल हो जाएंगे, लेकिन मुझे लगता है कि ऐसा नहीं हुआ।"
पाकिस्तान: प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा इमरान खान को पत्रर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान को पत्र लिख पड़ोसी मुल्क के लोगों को पाकिस्तान दिवस पर बधाई दी है। इस मामले से संबंधित लोगों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पीएम मोदी ने इस चिट्ठी में लिखा है कि पाकिस्तान नेशनल डे के मौके पर पाकिस्तान की आवाम को ढेर सारी मुबारकबाद। शुभकामनाओं के साथ पीएम मोदी ने अपनी चिट्ठी में इमरान को नसीहत भी दे दी है। उन्होंने लिखा है कि भारत पाकिस्तान से सद्भावपूर्ण संबंध की इच्छा रखता है, इसके लिए परस्पर विश्वास और आतंक के खात्मे का होना जरूरी है।