नई दिल्ली: इस समय पूरा उत्तर भारत जबरदस्त गर्मी की चपेट में है। दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान, यूपी और महाराष्ट्र के कई इलाकों में ग्रीष्म लहर का प्रकोप आज भी दिखाई दिया। दिन के समय कई जगह सड़कें सुनसान नज़र आई और तेज गर्म हवाएं चलीं। वहीं, 25 मई से नौतपा भी शुरू हो रहा है। शुक्रवार को सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही नौतपा शुरू हो जाएगा। मान्यता है कि इन दिनों आम गर्मी के दिनों से ज्यादा गर्मी पड़ती है।
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक इस बार 25 मई को सूर्य रोहिणी नक्षत्र शाम को 7.53 बजे प्रवेश करेगा जो 3 जून तक इसी नक्षत्र में रहेगा। नौतपा साल के वह 9 दिन होता है जब सूर्य पृथ्वी के सबसे नजदीक रहता है जिस कारण से इन 9 दिनों में भीषण गर्मी पड़ती है इसीलिए इसे नौतपा कहते हैं। रोहिणी नक्षत्र में सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी कम हो जाती है इस वजह से पृथ्वी पर सूर्य की किरणों की तपिश अधिक तेज हो जाती है।
राजस्थान के बूंदी में तो आज तापमान 48 डिग्री को पार कर गया जबकि कई और जिलो में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा। मध्य प्रदेश के कई इलाकों में लोग भीषण गर्मी की वजह से परेशान है। खरगौन का अधिकतम तापमान आज 47 डिग्री था। मौसम विभाग ने खंडवा, बड़वानी, टीकमगढ़, छतरपुर, ग्वालियर, शिवपुरी जैसे शहरों के लिए लू की चेतावनी भी जारी की है। महाराष्ट्र के नागपुर समेत विदर्भ के इलाके में भी पारा 45 डिग्री के पास है। यहां चंद्र पुर और ब्रह्मपुरी में टेपरेचर 47 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि राजस्थान समेत दूसरे राज्यों में आने वाले दिनों मे तापमान और बढ़ेगा। लोगों को भीषण गर्मी से खुद को बचाने की तैयारी कर लेनी चाहिए।
चिलचिलाती धूप और तपती गर्मी का असर दिल्ली और आसपास के इलाकों में भी है। गुडगांव में गर्मी को देखते हुए कल से अगले पांच दिनों के लिए सरकारी स्कूलों की टाइमिंग चेंज हो रही हैं। इस बीच आज दिल्ली में भी 45 डिग्री वाली गर्मी थी, पालम में 45.2 डिग्री तापमान था जो लोग दिल्ली घूमने आए थे वो मायूस हैं।
मौसम पर किसी का बस नहीं है लेकिन इस भीषण गर्मी से बचने के लिए क्या उपाय है...लोग क्या तरीके अपनाएं...ये जानना बेहद जरूरी हैं। गर्मी तो हर साल पड़ती है। पिछले एक हफ्ते से थोड़ी ज्यादा है इसलिए अपना ध्यान रखें। खूब पानी पिएं और धूप में निकलने पहले शरीर को कपड़ों से अच्छी तरह ढ़कें। इससे आप हीट स्ट्रोक से बच सकते हैं लेकिन ये सब उन इलाकों के लिए ठीक है जहां पानी आसानी से मिल रहा है। देश के बहुत से इलाके ऐसे हैं जहां लोग बूंद बूंद पानी को तरस रहे हैं। कई इलाके ऐसे हैं जहां पानी पर पुलिस का पहरा बैठा दिया गया है।