नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को भारत सरकार ने सोमवार को कैबिनेट का दर्जा दिया है। इसके साथ ही डोभाल को अगले 5 साल के लिए नियुक्त किया गया है। भारत सरकार ने डोभाल को यह जिम्मेदारी राष्ट्रीय सुरक्षा में उनके रिकॉर्ड को देखते हुए की है। आपको बता दें कि उरी और पुलवामा में हुए हमलों के बाद भारतीय सेना के द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइल और एयर स्ट्राइक की योजना के पीछे अजीत डोभाल की ही रणनीति मानी जाती है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ने फरवरी में CRPF जवानों को निशाना बनाते हुए एक फिदायीन हमला किया था, जिसमें देश के 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। बताया जाता है कि इस हमले में जैश को भारी नुकसान पहुंचा था और उसके कई आतंकी मारे गए थे। इससे पहले सितंबर 2018 में भी भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना में सर्जिकल स्ट्राइक भी की थी।
खास बात यह है कि इन दोनों ही ऑपरेशंस में भारतीय सेना को कोई क्षति नहीं उठानी पड़ी थी। आतंकियों के ऊपर इन दोनों ही अटैक्स की सफलता का श्रेय डोभाल के फूलप्रूफ प्लान को ही दिया जाता है। गौरतलब है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल को कुछ महीने पहले ही 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। अधिकारियों ने बताया कि उन्हें संभावित खतरों को देखते हुए 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा दी गई।