नई दिल्ली। देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को आज पूरा देश उनकी 114वीं जयंती पर याद कर रहा है। मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शास्त्री जी की समाधि विजय घाट जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट भी गए और उन्हें 150वीं जयंती के अवसर पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
प्रधानमंत्री मोदी आज संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटरेस के साथ एक मिनी डिजिटल प्रदर्शनी भी देखने जाएंगे। इसके साथ ही वे अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की पहली बैठक का उद्घाटन भी करेंगे।
देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनके प्रखर व्यक्तित्व और बहुमुखी सोच के लिए याद किया जाता है। शास्त्री जी ने ही जय जवान जय किसान का नारा दिया है। उनकी इसी सोच के चलते भारत को अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने और खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर बनने का आत्मबल मिला। देश में हरित क्रांति लाल बहादुर शास्त्री की दूरदृष्टि का ही प्रतिफल है। 1965 में लालबहादुर शास्त्री पाकिस्तान पर सैन्य विजय के बाद पाकिस्तानी राष्ट्रपति मुहम्मद अयूब खान से समझौता करने ताशकंद गए थे। यहीं पर उनकी मृत्यु हो गई थी।