नई दिल्ली। बॉलीवुड कलाकार नसीरुद्दीन शाह ने गुरुवार को जो बयान दिया था उसपर उन्होंने किसी तरह की सफाई देने से इंकार किया है और कहा कि उन्होंने जो भी कहा वह सही कहा है और अपने घर की हालत बताई है। उन्होंने आगे कहा उन्होंने वह बयान एक भारतीय होने के नाते दिया था और अब आलोचना की है तो सहना तो पड़ेगा ही। उन्होंने कहा कि उन्हें गद्दार तक कह दिया गया, मैं सिर्फ अपने देश, जिसे में प्यार करता हूं, के बारे में चिंता जाहिर कर रहा था, यह एक अपराध कैसे हो सकता है। गुरुवार को उन्होंने जो बयान दिया था उसके बाद देश में असहिष्षुणता को लेकर फिर से बहस छिड़ गई है।
नसीरुद्दीन शाह ने कहा था ‘कानून को हाथ में लेने की खुली छूट मिली हुई है, एक पुलिस अफसर से ज्यादा एक गाय की मौत को अहमियत दी जा रही है, मुझे फिक्र होती है कि मेरे बच्चों की, कल को उन्हें किसी भीड़ ने घेर लिया और पूछा कि तुम हिंदू हो या मुसलमान’।
उन्होंने आगे कहा था ‘इन हालात को देखकर मुझे गुस्सा आता है, सही नजरिया रखने वाले हर इंसान को गुस्सा आना चाहिए न कि डरना चाहिए। हमारा घर है ये, हमें कौन निकाल सकता है यहां से, कानून को हाथ में लेने की खुली छूट मिल चुकी है, ये जहर फैल चुका है, ये जिन्न अब बोतल में वापस बंद नहीं होगा, कई इलाकों में हम देख रहे हैं कि एक पुलिस इंस्पेक्टर की मौत से ज्यादा एक गाय की मौत को अहमियत दी जा रही है’।