नवंबर की शुरुआत से ही दिल्ली गैस चैंबर बनी हुई है। दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत का दम घुट रहा है। वहीं सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद पंजाब और हरियाणा के खेतों में धड़ल्ले से पराली जलाए जाने का सिलसिला जारी है। इस बीच अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने सेटेलाइट तस्वीरें जारी की हैं जो स्थिति की भयावहता को बयान कर रही हैं। इस सेटेलाइट मैप में पंजाब और हरियाणा के ऊपर Red Spot दिखाई दिए हैं। ये स्पॉट बता रहे हैं कि पंजाब और हरियाणा में कहां कहां पराली जलाई जा रही है। हालांकि हरियाणा सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि पराली जलाए जाने की घटनाओं में पिछले साल के मुकाबले 31 प्रतिशत की गिरावट आई है।
पराली पर किसानों मनमानी
पराली जलाए जाने के चलते भले ही उत्तर भारत का दम घुट रहा हो लेकिन किसान अभी भी धड़ल्ले से पराली जला रहे हैं। हरियाणा के फतेहाबाद से पराली जलाने की तस्वीरें फिर सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि दिल्ली में आने वाले दिनों में प्रदूषण से फिर हालात बिगड़ सकते हैं। कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स साढ़े 300 पहुंच गई है। वहीं नासा द्वारा दिखाए गए Red Spot को देखकर यही लगता है कि एक बार दिल्ली की हवा और जहरीली होने जा रही है।
हरियाणा में पराली जलाए जाने की घटना में 31 प्रतिशत की कमी
हरियाणा में 2018 के मुकाबले इस साल पराली जलाने की घटनाओं में 31.07 प्रतिशत की कमी देखी गयी। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। वीडियो कांफ्रेंस के जरिए हुई बैठक के दौरान हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने कहा कि पराली जलाने की पिछली घटनाओं को ध्यान में रखते हुए उपायुक्तों को उन स्थानों पर करीबी नजर रखनी चाहिए जहां पहले पराली जलाई गई। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सरपंचों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उन गांवों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाए जहां पराली जलाने के मामले सामने आते हैं।